प्रयागराज: यूपी में योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे आपरेशन नेस्तनाबूत अभियान के तहत माफियाओं-बाहुबलियों और दूसरे अपराधियों के कब्ज़े से खाली कराई जा रही ज़मीनों पर अब गरीबों के आशियाने बनेंगे. झोपड़ियों में रहने वाले उन गरीबों के लिए छत का इंतजाम किया जाएगा, जिनके पास सिर छिपाने की अपनी कोई जगह नहीं है. आम गरीबों के साथ ही ज़रूरतमंद वकीलों-टीचर्स-पत्रकारों और व्यापारियों के लिए अलग से मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स तैयार कर उन्हें बेहद कम कीमत पर फ़्लैट मुहैया कराए जाएंगे. कई ज़मीनों पर पुलिस चौकियां और पब्लिक पार्किंग तैयार की जाएंगी.
सीएम योगी के ख़ास निर्देश पर सरकारी अमला इसकी तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुट गया है. इसकी शुरुआत उसी संगम नगरी प्रयागराज से होगी, जहां आपरेशन नेस्तनाबूत के तहत सौ दिनों में अब तक ध्वस्तीकरण की 34 कार्रवाइयां हो चुकी हैं. सबसे पहले माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद और उसके रिश्तेदारों से खाली कराई गई पांच ज़मीनों का इस्तेमाल किया जाएगा. प्रयागराज के सरकारी अमले ने तो माफियाओं और बाहुबलियों की ज़मीनों को अब गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किये जाने की भी कार्यवाही शुरू कर दी है. सीएम योगी आदित्यनाथ के एलान के 48 घंटे के अंदर ही प्रयागराज में बाहुबली अतीक अहमद की पांच ज़मीनों की पहचान भी कर ली गई है.
गौरतलब है कि यूपी की योगी सरकार ने माफियाओं-बाहुबलियों और दूसरे अपराधियों के अवैध निर्माणों पर सरकारी बुलडोजर चलाकर उन्हें ज़मींदोज़ करने के लिए इन दिनों आपरेशन नेस्तनाबूत अभियान चला रखा है. इस अभियान का सबसे ज़्यादा असर संगम नगरी प्रयागराज में ही देखने को मिल रहा है. अभियान के तहत अब तक यहां 34 कार्रवाइयां की जा चुकी हैं. जिन माफियाओं और बाहुबलियों की आलीशान इमारतों को सरकारी बुलडोज़रों के ज़रिये ज़मींदोज़ किया गया है, उनमे पूर्व बाहुबली सांसद और पांच बार के विधायक रहे अतीक अहमद, भदोही की दबंग विधायक विजय मिश्र, अंडरवर्ल्ड से जुड़े बीएसपी पार्षद बच्चा पासी, छोटा राजन के शार्प शूटर कहे जाने वाले राजेश यादव, समाजवादी पार्टी के ब्लाक प्रमुख रहे दिलीप मिश्र, दबंग रामलोचन यादव, पूर्व विधायक और अतीक के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ़ अशरफ और पूर्व पार्षद पप्पू गंजिया के नाम शामिल हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था ये एलान
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 16 दिसम्बर को प्रयागराज में प्रदेश के वकीलों के समागम समारोह में माफियाओं-बाहुबलियों और दूसरे अपराधियों के कब्ज़े से खाली कराई गई ज़मीनों पर गरीबों के साथ ही वकीलों-शिक्षकों-व्यापारियों और पत्रकारों के लिए बेहद कम कीमत के मकान बनाए जाने का एलान किया था. उन्होंने मंच से ही प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अफसरों को इस पर जल्द अमल किये जाने के लिए कहा था. सीएम योगी ने कहा था कि माफियाओं और बाहुबलियों के जो आशियाने गरीबों और परेशान लोगों में डर व दहशत पैदा करते हैं, उन जगहों पर उन्ही गरीबों के लिए आशियाने बना देने चाहिए. उन्होंने प्रयागराज विकास प्राधिकरण को इस बारे में पहल करते हुए पूरे प्रदेश में एक मॉडल पेश करने को कहा था. सीएम योगी के इस एलान के 48 घंटे के अंदर ही विकास प्राधिकरण ने इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली. पहले चरण में माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद और उसके करीबियों के कब्ज़े से खाली कराई गई पांच ज़मीनों की पहचान की गई है.
प्रयागराज विकास प्राधिकरण के ओएसडी सत शुक्ल के मुताबिक़ अतीक के कब्ज़े से खाली कराई गई लूकरगंज इलाके की आठ और चार हज़ार वर्ग गज़ की दो ज़मीनों पर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाई जाएंगी. नवाब युसूफ रोड पर अतीक से खाली कराई गई पांच हज़ार वर्ग गज़ की ज़मीन पर मल्टी स्टोरी पार्किंग बनेगी. अतीक के साढ़ू इमरान जई की पानी की टंकी तिराहे की ज़मीन पर पुलिस चौकी का निर्माण किया जाएगा. इसी तरह शहर के मेहंदौरी इलाके में अतीक के चचेरे भाई हमजा उस्मान से आज़ाद कराई गई ज़मीन पर ग्रुप हाउसिंग होगी. ओएसडी सत शुक्ल के मुताबिक़ यह वो ज़मीनें हैं जो सरकारी थीं और इन्हें माफियाओं व बाहुबलियों के कब्ज़े से खाली कराया गया था. इसके अलावा माफियाओं की काली कमाई से खरीदी गई उनकी निजी ज़मीनों को भी गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त कर उस पर गरीबों के लिए आशियाने बनाए जाएंगे.
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