लखनऊ, एबीपी गंगा। नवाबों के शहर लखनऊ एतिहासिक इमारतों का शहर है। इनमें से एक बड़ा इमामबाड़ा है जो भूल भूलैया के नाम से भी जाना जाता है। अब प्रशासन के आदेश के बाद ये मशहूर जगह सुर्खियों में हैं। इमामबाड़ा में अब कोई भी छोटे कपड़ों में प्रवेश नहीं कर सकेगा। साथ ही यह आदेश हुसैनाबाद ट्रस्ट की सभी एतिहासिक जगहों पर लागू होगा।


इमामबाड़ा परिसरों में ट्राइपॉड कैमरे, वीडियो कैमरे के साथ प्रोफेशनल तरीके से होने वाली फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी के साथ फिल्म की शूटिंग को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसका पालन सख्ती से कराने के लिए सीधी जिम्मेदारी ट्रस्ट की ओर से तैनात सुरक्षाकर्मियों पर होगी।


राजधानी में ऐतिहासिक महत्व के संरक्षित इमारतों को लेकर शनिवार को जिला प्रशासन ने हुसैनाबाद ट्रस्ट और पुरातत्व विभाग के साथ बैठक की थी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के मुताबिक जरूरी है कि ऐसे तत्वों पर रोक लगायी जाए जो आम पर्यटकों को दिक्कतें पैदा करते हैं।

संरक्षित इमारतों का होगा कायाकल्प
बैठक में संरक्षित इमारतों के संरक्षण की समीक्षा की गई। एएसआइ ने बताया कि इमामबाड़े की मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, जिसके बाद कार्य शुरू किया जाएगा। इमारत में जितने बहु सामान्य कार्य है जैसे जहां पर बारिश का पानी रिसता है या अन्य कार्य है उनको प्राथमिकता के आधार पर कराए जाने व रौजा-ए-काजमैन, शाहनजफ इमामबाड़ा की मरम्मत करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि इमारतों में जो भी ऐसे मरम्मत के कार्य है जो बजट के अभाव में रुके हुए है उनको तत्काल शुरू किया जाए। इन सभी कार्यों को ट्रस्ट की निधि से कराया जाएगा।