रायबरेली, एबीपी गंगा। पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर किशोरी ने खुदकुशी कर ली। किशोरी नसीराबाद के पूरे पासिन मजरे संडहा गांव में अपनी मां और बहन के साथ रहती थी। पिता सूरत में नौकरी करता है। किशोरी ने गांव के युवक पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन खाकी के रवैए से आहत किशोरी ने सोमवार की रात सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगा ली। उसने लिखा है कि 'हां, बहुत ईमानदारी से शायद अपना कर्तव्य निभाती है नसीराबाद की पुलिस इसीलिए मेरी मौत हो रही है। जब तक इस देश में ऐसे पुलिस वाले रहेंगे, कभी किसी को न्याय नहीं मिल सकता।


किशोरी का गांव के ही पंकज पुत्र हुबलाल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। वर्षभर पहले दोनों ने दुर्गन भवानिन मंदिर, प्रतापगढ़ में शादी भी की थी, मगर उनके परिवारों के ये रिश्ता मंजूर नहीं था। बाद में पंकज भी किशोरी से कतराने लगा। नवंबर 2018 में उसने पंकज के खिलाफ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया। पंकज जेल गया और जमानत पर बाहर आ गया।


उधर, पंकज के घरवालों ने डीह में उसका रिश्ता तय कर दिया। संगीता को जब पता चला कि बुधवार को पंकज की बरात जानी है तो वह टूट गई। मृतक किशोरी के घरवालों का कहना है कि पंकज पिछले तीन-चार दिनों से कुछ लड़कों को लेकर आता था और उनकी बेटी की ओर इशारा करता था। इस जलालत से वह और परेशान थी।


पूरे मामले पर थानाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार यादव का कहना है कि युवती पंकज पर शादी का दबाव बनाने थाने आई थी। वह चाहती थी कि पुलिस दबाव बनाकर उसकी शादी करा दे। जब पंकज राजी नहीं हुआ तो संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया गया था।