रायबरेली, एबीपी गंगा: कोतवाली क्षेत्र में महज तीन बोरी गेहूं की चोरी के शक में ग्रामीण को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। शिकायत के बाद पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन पिटाई करने वालों को घायल का इलाज करने की चेतावनी देकर लौट गई। ग्रामीण घर पर ही अकेले पड़ा तड़पता रहा और रात में उसकी मौत हो गई। शख्स की मौत के बाद पुलिस हरकत में आई और मुकदमा दर्ज किया।


ग्राम पूरे कालिका बख्श मजरे ऐहार निवासी फूलचंद्र यादव (50) के पड़ोसी विनोद कुमार के घर रविवार रात चोरी हो गई थी। उस वक्त विनोद के घर पर कोई नहीं था। उसकी पत्नी संतोषी सोमवार शाम को घर आई तो वारदात की जानकारी हुई। घर से तीन बोरी गेहूं और कुछ रुपये चोरी हुए थे।


पुलिस ने नहीं की कार्रवाई


संतोषी ने चोरी का आरोप फूलचंद्र पर लगाया। जिस पर गांव के ही निर्मल और कमलेश न उसकी लाठी-डंडे से पिटाई कर दी। फूलचंद्र मरणासन्न हालत में संतोषी के दरवाजे पड़ा था, तभी पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मारपीट करने वालों पर कार्रवाई करने के बजाए आरोपियों को घायल का इलाज कराने की बात कहकर लौट गई। फूलचंद्र किसी तरह अपने घर पहुंचा, जिसके बाद सोमवार रात उसकी मौत हो गई।


फूलचंद्र के घर कोई नहीं था


जब फूलचंद्र पर हमला हुआ, उसकी पत्नी सुंदारा रिश्तेदारी में व बच्चे मजदूरी करने गए थे। उसकी पिटाई की सूचना ग्रामीणों ने यूपी 100 पुलिस को दी थी। पुलिस के कहने पर भी आरोपितों ने फूलचंद्र का उपचार नहीं कराया था। मंगलवार सुबह सुंदारा को पति की मौत की सूचना मिली। जिसके बाद वह घर पहुंची। कानपुर देहात का रहने वाला था मृतक


मृतक मूलरूप से नवीपुर, कानपुर देहात का रहने वाला था। पूरे कालिका बख्श, ऐहार निवासी सुंदारा रैदास के पहले पति जियाराम की लगभग 16 साल पहले मौत हो गई थी। इसके कुछ दिनों बाद फूलचंद्र सुंदारा के संपर्क में आया। फिर वह उसी के साथ रहने लगा। सुंदारा के पहले पति से दो पुत्र जगजीवन व श्रीकेशन तथा एक पुत्री खुशबू है। जबकि फूलचंद्र से भी उसे एक पुत्र अंकुश है।


पूरे मामले पर पुलिस अधिकारी का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतक की पत्नी सुंदारा की शिकायत पर संतोषी, निर्मल व कमलेश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।