गोरखपुर: पेट्रोल-डीजल और गैस के बढ़ते दामों के विरोध में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतना तिराहा पर पहुंचकर प्रदर्शन किया. भारी पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में टाउनहाल तक जाने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं को वहीं रोक दिया गया. रोकें जाने से नाराज कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए. पैदल बाइक धकेलते हुए, सिर पर सिलेंडर लादे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आने-जाने वाले राहगीर भी देखते रहे. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बढ़ती महंगाई को लेकर पोस्‍टर के जरिए भी विरोध जताया.


क्‍या कर रही है सरकार
यूथ कांग्रेस के जिलाध्‍यक्ष इं. अभिजीत पाठक शानू के नेतृत्‍व में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता बाइक धकेलते हुए, सिर पर स‍िलेंडर लादकर चेतना तिराहा पर पहुंचे. यहां से वो आगे टाउनहाल तक जुलूस निकालने के लिए आगे बढ़े. लेकिन, सिटी मजिस्‍ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्‍तव और सीओ कैंट सुमित शुक्‍ला के साथ वहां मौजूद फोर्स ने उन्‍हें आगे बढ़ने से रोक दिया. नतीजा नाराज कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे. इस दौरान उनके हाथ में पोस्‍टर पर लिखा स्‍लोगन 'मोदी हैं तो महंगाई है' और 'पेट्रोल पहुंचा 100 के पार, क्‍या कर रही है सरकार' बरबस ही लोगों का ध्‍यान खींचता रहा.


सरकार को गरीबों की चिंता नहीं
इस दौरान यूथ कांग्रेस के जिलाध्‍यक्ष इं. अभिजीत पाठक शानू ने कहा कि आए दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं. कुछ दिन पहले रसोई गैस के दामों में भी इजाफा कर दिया गया. केन्‍द्र की सरकार को गरीबों और नौजवानों की चिंता नहीं है. श्रीलंका हमसे गैस खरीदकर 57 रुपए प्रति लीटर बेचता है. यहां पर तेल की कीमत 100 के पार होती जा रही है. वो जनता के मुद्दे को लेकर सड़क पर हैं.



ये जमाखोरी का मामला है
यूथ कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ये सोच रही है कि वे दोबारा सत्ता में नहीं आएगी, इसलिए जितनी जमाखोरी करनी है कर ले. ये सीधे-सीधे जमाखोरी का मामला है. उन्‍होंने कहा कि चेतना तिराहा से टाउनहाल तक जाना था. लेकिन, सरकार को यूथ से पता नहीं क्‍या डर है कि उन्‍हें रोक दिया गया है. आज पेट्रोल-डीजल का दाम प्रति बैरल, आधे से कम है. इसके बावजूद कीमतें आसमान छू रही हैं.


प्रशासन ने नहीं दी प्रदर्शन की इजाजत
सिटी मजिस्‍ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्‍तव ने बताया कि यूथ कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता बाइक और सिलेंडर लेकर प्रदर्शन के लिए जा रहे थे. इस तरह के किसी भी तरह के प्रदर्शन की प्रशासन की ओर से कोई परमीशन नहीं दी गई है. इसलिए इन लोगों को रोक दिया गया है. समझाया जा रहा है कि ये लोग किसी भी तरह का ज्ञापन देना चाहते हैं, तो दे सकते हैं. उन्‍होंने कहा कि इनकी बात को ऊपर तक पहुंचाया जाएगा. बात नहीं मानने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.


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