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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सेक्सटॉर्शन के जाल में फंसते युवा, जानिए ऐसे अपराध का शिकार होने से कैसे बचें
उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों से करीब दस मामले सेक्सटॉर्शन के तहत दर्ज किए गए हैं. खबरों के मुताबिक 80 प्रतिशत युवा सेक्सटॉर्शन की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराते हैं.
देहरादून: साइबर अपराधों की दुनिया में एक ऐसा अपराध पनप रहा है जिसमें अगर आप फंस गये तो ये आपकी जान तक ले सकता है. दरअसल एक शब्द आजकल आपने सुना होगा, जो है सेक्सटॉर्शन. सेक्सटॉर्शन आज साइबर क्राइम की दुनिया में नया अपराध है जो मुख्यतः वीडियो कॉल से जुड़ा हुआ है और ब्लैकमेलिंग करके इससे लोगों से मोटा पैसा लिया जा रहा है इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत की बात यह है कि सामाजिक लोक-लाज के चलते जिन लोगों के साथ ऐसा अपराध हो रहा है वो पुलिस को इसकी सूचना भी नहीं देते हैं.
उत्तराखंड में अभी तक करीब 10 मामले हुए दर्ज
इस अपराध से जुड़े उत्तराखंड के भी अलग-अलग जिलों में करीब दस मामले दर्ज हो चुके हैं. जबकि जानकारी ये भी है कि 80 प्रतिशत लोग सामाजिक लोक-लाज और शर्म की वजह से ऐसे अपराधों के शिकार होने के बाद भी पुलिस के पास नहीं जाते हैं. ये रैकेट अब पूरे देश के साथ-साथ उत्तराखंड में भी अपने पांव पसार रहा है. इसमें खासकर युवाओं को ऐसे फंसाया जाता है कि मजबूरी में लोगों को अपनी खून पसीने की कमाई गंवानी पड़ती है.
ब्लैकमेलिंग का ये धंधा बड़ा गंदा
अब जान लीजिए कि आखिर कैसे होता है ये अपराध. ये जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि ये अपराध कैसे होता है. पहले सोशल साइट पर लड़कियां बनकर युवाओं के साथ बातचीत शुरू होती है. दरअसल सबसे पहले साइबर क्रिमिनल सोशल साइट पर फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं. लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं. उन लोगों को टारगेट किया जाता है जो सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय रहते हैं. पहले साइबर ठग लड़की बनकर फेसबुक पर बातें करते हैं फिर व्हाट्सएप नम्बर शेयर करके अश्लील वीडियो कॉल करने के लिए कहते हैं. जब कोई शख़्स वीडियो कॉल पर जुड़ता है तो उसे अश्लील वीडियो दिखाई जाती है और उस शख्स को भी ऐसा करने के लिए उत्तेजित किया जाता है. इसके बाद बात वीडियो कॉल तक पहुंचती है. फिर वीडियो रिकॉर्ड कर दी जाती है और अश्लील वीडियो को सोशल साइट और दोस्तों को भेजने की बात कहकर ब्लैकमेल किया जाता है. अश्लील वीडियो को इंटरनेट पर डालकर लोगों को ब्लैकमेल करके मोटी रकम वसूली जाती है.
ऐसे अपराध का शिकार होने से कैसे बचें
ऐसे अपराधों से बचने के लिए सबसे बड़ा विकल्प आपकी जागरूकता है. ऐसे लोगों की फ्रेड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें जिन्हें आप जानते नहीं हैं. किसी भी अनजान से वीडियो कॉल पर बात न करें और न ही किसी की भोली बातों में आयें. ऐसा होने पर तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें. एसटीएफ का मानना है कि लोग शिकायत दर्ज करेंगे तो ऐसे मामलों को उजागर किया जा सकेगा.
एसएसपी एसटीएफ ने कहा अनजान लोगों से बात न करें
सेक्सटॉर्शन रैकेट का खुलासा साइबर पुलिस के लिए भी किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं. कुछ शिकायते साइबर पुलिस के पास जरूर आई हैं लेकिन कई मामलों में पीड़ित शिकायत करने से बच रहे हैं. मामले में एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह का कहना है कि सेक्सटॉर्शन के लगातार मामले बढ़ रहे हैं लेकिन लोकलाज के चलते लोग शिकायत करने से बचते हैं. अजय सिंह ने लोगों से अंजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट और उनसे सोशल साइट्स पर न जुड़ने की भी अपील की है.
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प्रफुल्ल सारडा,राजनीतिक विश्लेषक
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