लखनऊ: सियासत में टाइमिंग काफी महत्व रखती है और जब चुनाव करीब हो या चुनावी साल हो तो फिर हर जयंती भी खास हो जाती है. आज स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उत्तर प्रदेश में कुछ ऐसे ही तस्वीर सामने आई, जहां सियासी दल अपने-अपने तरीके से युवाओं को लुभाने में जुटे नजर आए.


सबसे ज्यादा युवा वोटर


उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव साल 2022 में होने हैं. देश में सबसे ज्यादा विधानसभा सीटें उत्तर प्रदेश में हैं, जिनकी संख्या 403 है तो वहीं सबसे ज्यादा युवा वोटर भी उत्तर प्रदेश में ही हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2014 के मुकाबले तकरीबन 71 लाख वोटर ज्यादा जुड़े थे और इनमें भी 18 वर्ष वाले वोटरों की संख्या 17 लाख थी. जबकि 29 वर्ष तक के युवा मतदाता की संख्या तकरीबन 27 फ़ीसदी थी. 2014 के मुकाबले 2019 में तकरीबन 57 लाख वोट अधिक पड़े थे. वहीं अगर 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो तब भी 17 लाख नए मतदाता जुड़े थे और इनमें तकरीबन 12 लाख वोटर 18 वर्ष के थे या फर्स्ट टाइम वोटर्स थे. अब आंकड़े बताने के लिए काफी हैं कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव में युवा कितना महत्वपूर्ण है.


युवाओं को साधने में लगे सियासी दल


इसलिए सियासी दलों का फोकस युवाओं पर इस वर्ष कुछ ज्यादा ही नजर आ रहा है. राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर जहां बीजेपी ने पूरे प्रदेश में युवा उद्यमी सम्मान सम्मेलन किया, युवा उद्यमियों को पुरस्कृत किया, तो वहीं कांग्रेस ने नौकरी संवाद अभियान की शुरुआत की. तो वहीं समाजवादी पार्टी ने भी युवा घेरा कार्यक्रम करके सरकार में बढ़ी बेरोजगारी पर चर्चा की. कोई युवाओं के बीच सरकार के कामकाज को पहुंचा कर उसे अपने साथ जोड़ने की जुगत में है तो कोई युवाओं को यह समझाने की कोशिश कर रहा है कि सरकार ने तो युवाओं के हित में कोई काम ही नहीं किया. बीजेपी के युवा उद्यमी सम्मान कार्यक्रम की शुरुआत बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने लखनऊ में की उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में ही 4 लाख युवाओं को नौकरी दी गई है और किसी से कोई बिना रिश्वत के पारदर्शी तरीके से ही नौकरियां दी गई हैं. जबकि समाजवादी पार्टी सरकार में क्या हाल हम था यह सबको पता है और समाजवादी पार्टी या बहुजन समाज पार्टी कोई पार्टी नहीं बल्कि एक ट्रस्ट है.


कांग्रेस का नौकरी संवाद अभियान


वहीं, कांग्रेस ने आज पार्टी के महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के जन्मदिन को सादगी से मनाते हुए नौकरी संवाद अभियान की शुरुआत की. कांग्रेस मुख्यालय पर हुए इस कार्यक्रम में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से युवाओं को बुलाया गया था, जिन्हें अब तक नौकरी नहीं मिली है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू ने कहा कि पार्टी प्रियंका गांधी के जन्मदिन को भी समर्पण दिवस के रूप में मना रही है, स्वामी विवेकानंद की जयंती पर नौकरी संवाद अभियान कार्यक्रम कर रही हैं. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार में युवाओं को रोजगार तो दिया नहीं गया है बल्कि घोटाले ज्यादा हुए हैं.


सियासत में हर चीज के अपने मायने होते हैं और सियासी दल इस कोशिश में हमेशा लगे रहते हैं कि कैसे किसी आयोजन के बहाने ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा जा सके. हालांकि 2022 के चुनाव में युवा वोटरों की संख्या को देखते हुए अब सियासी दल के केंद्र बिंदु में युवा सबसे आगे हैं. लेकिन आज का युवा वोटर सियासत के गुणा गणित को भी अच्छी तरह से समझता है.


ये भी पढ़ें.


कंप्यूटर क्लास के बहाने करता था लड़कियों का शोषण, छात्रा के साहस से दबोचा गया लव गुरु