(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
एबीपी 'प्रवाह' के मंच पर बही सुरों की धारा, जुबिन नौटियाल ने पलायन को लेकर कही बड़ी बात
जुबिन ने कहा कि कल्चर हमें अपनों से, मिट्टी से जोड़ता है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान पहाड़ी गाना भी गाया। पलायन के मुद्दे पर चर्चा तो उन्होंने कहा कि इस बार वो दीपावली देहरादून में ही मनाने वाले हैं।
देहरादून, एबीपी गंगा। अपनी सुरीली आवाज से लोगों के दिलों जगह बानने वाले जुबिन नौटियाल का उत्तराखंड से खासा जुड़ाव है। एबीपी गंगा के खास कार्यक्रम 'प्रवाह' के मंच विचारों के साथ संगीत की भी बात हुई। बॉलीवुड के गानों से लेकर उत्तराखंड के लोक गीतों ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
'प्रवाह' कार्यक्रम के दौरान जुबिन ने कहा कि 'मैं खुशकिस्मत रहा कि मुझे पहले संगीतकार एआर रहमान मिले। उन्हें मेरी आवाज पसंद आई। जुबिन ने बताया कि रहमान ने उन्हे सीखने का सुझाव दिया, जिसके लिए वो चेन्नई से लेकर लंदन तक ट्रैवल करते हैं। संगीत के क्षेत्र में अपनी जर्नी को लेकर जुबिन ने बताया कि वो इस इन्जॉय करते हैं और गाते वक्त मुस्कुरा पाते हैं। जुबिन ने कार्यक्रम में अपना पहला गाना 'एक मुलाकात' भी गाया।
कला क्षेत्र की बात करते हुए जुबिन ने कहा कि यहां कोई किसी का कॉम्पटीटर नहीं बल्कि सभी एक दूसरे सी सीखते हैं। सिंगर अरिजीत का जिक्र करते हुए जुबिन ने कहा कि उन्होंने उनसे भी बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने कहा कि उनके लिए लिरिक्स बहुत मायने रखती हैं। जुबिन मंच से अपनी पसंद के गाने भी गाए।
जुबिन ने कहा कि कल्चर हमें अपनों से, मिट्टी से जोड़ता है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान पहाड़ी गाना भी गाया। पलायन के मुद्दे पर चर्चा तो उन्होंने कहा कि इस बार वो दीपावली देहरादून में ही मनाने वाले हैं। अपने नए प्रजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने 'मरजावां' फिल्म के लिए एक गाना है। जुबिन ने कार्यक्रम के दौरान इस फिल्म का गीत भी गाया।
बता दें कि देहरादून जिले के जौनसार निवासी जुबिन का जीवन दून में ही गुजरा। उन्होंने जोसेफ एकेडमी, सेंट जॉर्ज मसूरी, ब्राइटलैंड स्कूल और वेल्हम बॉयज से पढ़ाई की है। प्रतिभा के धनी जुबिन आठ वाद्ययंत्र बजा सकते हैं। वह एक बेहतरीन गायक के साथ ही गीतकार भी हैं।