उत्तर प्रदेश: 16 जिलों के 777 गांव बाढ़ से प्रभावित, कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तटबंध के निरंतर पेट्रोलिंग के साथ ही बांधों में कटान की स्थिति पर निगरानी के निर्देश दिए हैं.
लखनऊ: वर्तमान में उत्तर प्रदेश के 16 जनपदों के 777 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. शारदा नदी, पलिया कला (लखीमपुरखीरी), सरयू (घाघरा) नदी, तुर्तीपार (बलिया), सरयू (घाघरा) नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) तथा सरयू (घाघरा) नदी (अयोध्या) खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तटबंध के निरंतर पेट्रोलिंग के साथ ही बांधों में कटान की स्थिति पर निगरानी के निर्देश दिए हैं.
बाढ़ राहत शरणालयों में रह रहे किसी भी व्यक्ति में ज्वर, खांसी, सिरदर्द आदि के लक्षण प्रदर्शित होने पर उनको शेष शरणार्थियों से अलग रखने के निर्देश दिए गए हैं. कोविड-19 को देखते हुए आवश्यकतानुसार टेस्टिंग, भर्ती, उपचार आदि की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
बाढ़ प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारी को बाढ़ पीड़ितों को समय से राहत प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए हैं. प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं हैं.
बाढ़ प्रभावित जनपदों में सर्च और रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 15 तथा एसडीआरएफ एवं पीएसी की 07 टीम मिलाकर कुल 22 टीमें तैनात की गई हैं. प्रदेश में 373 बाढ़ शरणालय तथा 784 बाढ़ चौकी स्थापित की गई है.
प्रदेश में 362 पशु शिविर स्थापित किए गए हैं और 6,68,392 पशुओं का टीकाकरण किया गया है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 2,743 क्विंटल भूसा वितरित किया गया है.
बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होने पर जनपदीय आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं0-1070 पर फोन कर सम्पर्क किया जा सकता है.
यह भी पढें:
अंबेडकर नगर: मुठभेड़ में इनामी बदमाश घायल, पुलिसकर्मी को भी लगी गोली