लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बनाए जाने में डाटा सेंटर पार्क को मंजूरी दे दी है. करीब 600 करोड़ की लागत से ग्रेटर नोएडा में इस पार्क का निर्माण किया जाएगा. मुंबई का हीरानंदानी ग्रुप इस पार्क का निर्माण करेगा. जानकारी के मुताबिक यह पार्क करीब 20 एकड़ में फैला होगा और इस पर करीब 600 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.


बताया जाता है कि करीब तीन हफ्ते पहले पार्क निर्माण की योजना के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क किया गया था. गौरतलब है कि हीरानंदानी ग्रुप इससे पहले चेन्नई, मुंबई और हैदराबाद में ऐसे ही प्रोजेक्ट पूरे कर चुका है. राज्य सरकार को इस डाटा सेंटर मे निवेश के लिए विभिन्न कंपनियों से करीब 10 हजार करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इनमें अदाणी ग्रुप, रैकबैंक और अर्थ जैसे कंपनियां शामिल हैं.


बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाई-प्रोफाइल प्रोजेक्टों के लिए पहले जमीन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हुए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट से प्रदेश में रोजगार के अवसर पैदा होंगे. साथ ही आईटी कंपनियों को भी इस डाटा सेंटर का लाभ मिलेगा. राज्य सरकार ने कहा कि वे ओपन एक्सेस स्कीम के तहत डाटा सेंटर के लिए 24 घंटे की बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि देश का डाटा यहीं बना रहे ऐसे में इस प्रकार के सेंटरों की बहुत जरूरत है.


क्या होता है डाटा सेंटर
बताते चलें कि डाटा सेंटर में कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर सर्वर का बहुत बड़ा ग्रुप तैयार किया जाता है. जिसे कंपनियों को अपना डाटा सुरक्षित रखने के लिए उपलब्ध करवाया जाता है. इस सेंटर में डाटा को स्टोर करने के अलावा प्रोसेसिंग और डाटा डिस्ट्रीब्यूशन का भी काम किया जाता है. फिलहाल, इस काम के लिए विदेश कंपनियों का सहारा लिया जा रहा है. प्रदेश में बनने वाले डाटा सेंटर से इन सब कामों को स्थानीय स्तर पर ही अंजाम दिया जा सकेगा.


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