(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
यूपीः सब्जी के दामों ने बिगाड़ा थाली का स्वाद, पनीर के बराबर पहुंचा आलू का भाव, जानिए- क्या है प्रदेश का हाल?
पिछले एक हफ्ते में सब्जियों के दामों में भारी तेजी देखने को मिली है. लोगों की थाली से दाल के बाद सब्जी भी गायब होती जा रही है.
एबीपी गंगा। एक ओर तो कोरोना काल में लोगों की आमदनी घटी है, रोज़गार कम हुए हैं तो दूसरी ओर सब्जियों की बढ़ी हुई कीमत ने और परेशान करके रख दिया है. कोरोना के चलते लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. वहीं, पिछले एक हफ्ते के अंदर सभी सब्जियों के दामों में दो गुणा तक का इजाफा हुआ है. यही वजह है कि बाज़ारों में जहां पैर रखने की जगह नहीं होती थी, वहां पर सन्नाटा पसरा हुआ है. लोगों ने सब्जियों की खरीददारी कम कर दी है. इसी के चलते एबीपी गंगा ने प्रदेश के अलग-अलग शहरों में सब्जियों के बढ़े हुए दामों और लोगों को हो रही परेशानी का जायजा लिया.
कानपुर में पसरा सन्नाटा कानपुर के विजय नगर सब्जी मंडी में आम दिनों में जाम की स्थित रहती थी लेकिन आज की तारीख में यहां दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान जितनी सब्जियां थी, वो बहुत सस्ती थी लेकिन अब सभी सब्जियों के दामों में तेज़ी से उछाल आया है. जिसकी वजह से दुकानदारी भी बहुत प्रभावित हुई है.
पनीर और आलू के एक दाम आगरा में भी सब्जियों के दाम में काफी तेजी है. आलू का अग्रणी उत्पादक क्षेत्र होने के बावजूद आगरा में आलू 35 रुपए प्रति किलो आलू बिक रहा है. गोभी हो या टमाटर या फिर शमला मिर्च 10 रुपए से लेकर 30 रुपए तक दामों में इजाफा हुआ है. लोगों का कहना है इतने में तो पनीर बनाकर खा लिया जाए.
मेरठ में आसमान छू रहे दाम मेरठ में सब्जियों के दामों में काफी तेजी है. यहां एबीपी की टीम ने फुटकर सब्जी विक्रेताओं से रेट जानने की कोशिश की. साथ ही वहां पर मौजूद खरीदारों से भी बात की. मेरठ में लोगों का कहना है कि सब्जी सोने के भाव मिल रही है, तीन दिन पहले टमाटर 50 रुपये किलो था लेकिन आज 80 रुपये हो गया है. अगर तीन दिन में इतने रेट बढ़ेंगे तो आम आदमी सब्जी कैसे खायेगा ?. लोगों का कहना है कि सब्जियों के दाम बेहताशा तरीके से बढ़ रहे हैं. इसीलिए लोग सब्जी कम खरीद रहे हैं.
बरेली का हाल प्रदेश के बाकी जिलों की तरह बरेली में भी सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं. आलम ये है कि आम आदमी की थाली से पहले दाल गायब हुई और अब सब्जियां भी गायब होती जा रही हैं. बरेली में रिटेल और थोक में सब्जियों के दाम में भी बहुत ज्यादा अंतर है. यहां लौकी थोक में 5 से 10 रुपये किलो तो रिटेल में 20 रुपये किलो मिल रही है. इसी तरह आलू थोक में 10 से 20 रुपये किलो तो रिटेल में 30 रुपये किलो मिल रहा है. टमाटर की बात करें तो थोक के भाव में टमाटर 30 से 35 रुपये किलो है लेकिन रिटेल में 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है. वहीं, प्याज थोक में 10 से 12 रुपये किलो है जबकि रिटेल में 25 से 30 रुपये किलो है.
प्रयागराज की हकीकत संगम नगरी प्रयागराज में भी सब्ज़ियों के दाम आसमान पर हैं और यहां पिछले डेढ़ महीने में कीमतें दो से ढाई गुणा तक बढ़ गई हैं. प्रयागराज में आलू तीस से चालीस रूपये, टमाटर पचास से साठ रूपये और प्याज पचीस से तीस रूपये किलो बिक रहा है. हरी सब्जियों के दामों में भी आग लगी हुई है. भिंडी -नेनुआ, पालक- परवल, चौरा व दूसरी सब्जियां भी साठ से सौ रूपये किलो बिक रही हैं. सब्जियों के दाम बढ़ने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का बजट प्रभावित हो रहा है और साथ ही उनकी थाली का स्वाद भी बिगड़ रहा है.
ये भी पढ़ें-
झारखंडः आश्रम में घुसकर देर रात युवा साध्वी के साथ गैंगरेप, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
प्रयागराजः कोरोना के 384 नए मामले आए सामने, चार और लोगों की संक्रमण से मौत