पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला जारी, अब पुलिस स्टेशन के अंदर सभासद और तीन नेताओं को पीटने का आरोप
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की अपनी हालिया यात्रा में कहा था कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सत्ता में आने के बाद राज्य में 300 से ज्यादा बीजेपी सदस्य मारे गए. बीजेपी ने बंगाल में कानून व्यवस्था धवस्त होने का आपोर लगाया है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले की खबरें लगातार आ रही हैं. अब बंगाल की पुलिस पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीटने का आरोप लगा है, जिससे कई कार्यकर्ता जख्मी भी हो गए हैं. आरोप है कि नॉर्थ 24 परगना के खरदा पुलिस स्टेशन में कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठी चार्ज हुआ. बीजेपी सांसद का कहना है कि बीजेपी के सभासद और तीन नेताओं को थाने के अंदर पीटा गया.
दरअसल, ये हंगामा तब हुआ जब बीजेपी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कार्यक्रम चला रहा थे. पुलिस ने बीजेपी के सभासद को हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया. बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि 'राज्य में कानून व्यवस्था खत्म हो गई है. ममता बनर्जी की पुलिस तालिबानी शासन चला रही हैं.'
बंगाल में विपक्षी नेताओं की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका पश्चिम बंगाल में अगले साले होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और टीएमसी आमने सामने है. इसके मद्देनजर एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए विपक्षी नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ममता सरकार को निर्देश देने की मांग की गई है. याचिका में कहा गया है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य की अपनी हालिया यात्रा में कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सत्ता में आने के बाद पश्चिम बंगाल में 300 से अधिक भाजपा सदस्य मारे गए हैं और जांच को लेकर कोई सक्रियता नहीं दिखाई गई है.
अधिवक्ताओं विनीत ढांडा और पुनीत कौर ढांडा द्वारा दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में मौलिक अधिकारों, वैधानिक अधिकारों और मानवाधिकारों का लगातार हनन चरम पर पहुंच गया है. याचिका में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या के संबंध में स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी गई है.
याचिका में दलील दी गई है कि राज्य में कानून और व्यवस्था चरमरा गया है. याचिका में सत्तारूढ़ दल और इसके सहयोगियों से संबंधित उपद्रवियों द्वारा राज्य की यात्रा के दौरान भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के काफिले पर हाल में हुए हमले का हवाला दिया गया.
ये भी पढ़ें- ‘एनआरआई फॉर सोनार बांग्ला’, बीजेपी की नई कैंपेन का बंगाल की राजनीति पर कितना असर होगा?