जमशेदपुर: झारखंड में सेराकेला-खरसावां जिले से अंधविश्वास का हैरान कर देने वाला मामला आया है. यहां एक घर से बहू लापता होने के बाद सास ने ब्लेड से अपनी जीभ काटकर भगवान शिव शंकर की फोटो पर अर्पित कर दी. सास का ऐसा मानना था कि ऐसा करने से बहू घर वापस आ जाएगी. इसके बाद महिला को आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया. ये मामला सेराकेला-खरसावां जिले में आरआईटी पुलिस स्टेशन के एनआईटी परिसर का है. पुलिस के मुताबिक, ज्योति 14 अगस्त की शाम अपने बच्चे के साथ लापता हो गई थी.
एक अधिकारी ने बताया, 'महिला अस्पताल जाने के लिए तैयार नहीं थी, किसी तरह उसे समझाने के बाद जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल ले गए. वह अब स्थिर है और ठीक हो रही है लेकिन बात नहीं कर पा रही है. महिला घरेलू सहायिका के रूप में काम करती है.'
हालांकि, उनके पति नंदू लाल निराला ने कहा कि लक्ष्मी ने ऐसा किसी की सलाह पर किया है. किसी ने उसे बताया कि अगर वह अपनी जीभ भगवान को अर्पित करती है, तो ज्योति वापस आ जाएगी. नंदू ने कहा, "हमने शुक्रवार को रातभर ज्योति की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली. बाद में, मैं अपने बेटे के साथ पुलिस स्टेशन गया. अगले दिन रविवार को लक्ष्मी ने अपनी जीभ काट दी."
महिला का अंधविश्वास
लक्ष्मी निराला का अस्पताल में इलाज चल रहा है, लेकिन उसे अब भी विश्वास है कि बहू जल्द घर वापस आ जाएगी क्योंकि उसने अपनी जीभ काटकर भगवान को अर्पित कर दी है. यानी कि महिला अब भी अंधविश्वास में जी रही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहू अपने प्रेमी के साथ घर से भागी है. पति का कहना है कि महिला शौच के लिए घर से बाहर निकली और डेढ़ साल की बच्ची को लेकर भाग गई.
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