4K vs 8K video: आप जब स्मार्ट टीवी या स्मार्टफोन पर या किसी और डिवाइस पर वीडियो देखते हैं तो 4K या 8K वीडियो (4K video)की क्वालिटी होती है. क्या आपने कभी सोचा है कि वीडियो को लेकर 4K या 8K का क्या मतलब है? इनमें क्या अंतर है? अगर नहीं, तो आप इसे आसानी से समझ सकते हैं. इससे आपका कॉन्सेप्ट क्लियर हो जाएगा. 4K और 8K वीडियो (8K video) के बीच मुख्य फर्क उनके रेजोल्यूशन में होता है. रेजोल्यूशन एक वीडियो या इमेज में पिक्सेलों की संख्या को दर्शाता है और उसकी चित्रण या प्रदर्शन की गुणवत्ता पर प्रभाव डालता है.


4K वीडियो क्या है


4K वीडियो का पूरा रेजोल्यूशन 3840x2160 पिक्सेल्स होता है. इसका अर्थ है कि वीडियो के चौड़ाई में 3840 पिक्सेल और ऊंचाई में 2160 पिक्सेल होते हैं. 4K वीडियो डेवलप होने वाले बहुत सारे वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस और वीडियो प्ले वाले डिवाइस पर आम तौर पर उपलब्ध हैं. यह ज्यादातर टीवी चैनलों की अलग-अलग प्रोसेस का मानक भी है.


8K वीडियो को समझिए


8K वीडियो का पूरा रेजोल्यूशन 7680x4320 पिक्सेल्स होता है. यह चार गुना हाई रेजोल्यूशन है जो 4K से भी ज्यादा चार पूर्ण HD वीडियो इमेज के बराबर है. 8K वीडियो अधिकतर महंगे सिनेमाघरों, ब्रॉडकास्टिंग, वीडियो प्रोफेशनल्स, या उच्चतम स्तर की वीडियो बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसका उपयोग इमेज क्लैरिटी, डिटेल और प्रजेंटेशन में मैक्सिमम स्टैंडर्ड को हासिल करने के लिए किया जाता है.


4K और 8K वीडियो में है फर्क 


8K वीडियो हाइयर रेजोल्यूशन के चलते 4K से ज्यादा डिटेल और ज्यादा एक्सपैंडेबल होता है. इसका मतलब है कि 8K वीडियो में दिखाई देने वाले डिटेल और विस्तार को 4K वीडियो से अधिक उच्चतर होता है. लेकिन 8K वीडियो बनाने के लिए हाइएस्ट क्वालिटी के कैमरे और पोस्ट-प्रोडक्शन संसाधनों की जरूरत होती है, जिससे इसका वीडियो (4K vs 8K video) बनाना काफी खर्चीला बन जाता है. 8K वीडियो का फाइल साइज़ 4K वीडियो से ज्यादा होता है, इसलिए इसे स्टोर करने और स्ट्रीम करने के लिए ज्यादा डेटा बैंडविड्थ की जरूरत होती है. बहुत कम डिवाइस और स्क्रीन हैं जो वास्तविक रूप से 8K वीडियो को सपोर्ट कर सकते हैं, जबकि 4K वीडियो आम तौर पर ज्यादा डिवाइस द्वारा सपोर्ट किया जाता है.


कुल मिलाकर 8K वीडियो, 4K वीडियो के मुकाबले में हाइएस्ट रेजोल्यूशन और ज्यादा डिटेल प्रदान करता है, लेकिन उसे बनाने और प्रसारित करने में भारी खर्च और डेटा बैंडविड्थ की जरूरत होती है. इसलिए, आम यूजर्स के लिए 4K वीडियो आम तौर पर पर्याप्त होता है और हाई क्वालिटी पिक्चर का आनंद उठाने के लिए पर्याप्त होता है.


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