Drishti 10 UAV: भारतीय नौसेना के लिए अडाणी ने बनाया आत्मनिर्भर मानव रहित अत्याधुनिक ड्रोन, देश की सुरक्षा में करेगा सेना की मदद
Drishti 10 UAV for Indian Navy: भारतीय नौसेना की मदद करने के लिए अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने भारत का पहला स्वदेश निर्मित मानव रहित ड्रोन बनाया है, जिसका नाम Drishti 10 UAV है.
Indian Navy: भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बुधवार को हैदराबाद में पहले स्वदेश निर्मित दृष्टि 10 स्टारलाइनर (Drishti 10 Starliner) अनमैन्ड एरियल व्हीकल (UAV) यानी ड्रोन का उद्घाटन किया. इस अनमैन्ड एरियल व्हीकल यानी ड्रोन का निर्माण अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस द्वारा किया गया है.
अडाणी ने भारतीय नौसेना के लिए बनाया आधुनिक ड्रोन
भारत की सुरक्षा के लिए अडाणी द्वारा बनाए गए इस दृष्टि 10 स्टारलाइनर मानव रहित हवाई वाहन के फ्लैग-ऑफ सेरेमनी का नेतृत्व मुख्य अतिथि एडमिरल आर हरि कुमार ने किया. इस दौरान उनके साथ नौसेना के 75 सैनिक भी मौजूद थे. उन्होंने भारतीय नौसेना की जरूरतों के हिसाब से अपने रोडमैप का जिक्र करते हुए रक्षा और सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भरता को सफल और सक्षम बनाने के लिए अडाणी ग्रुप की सराहना की.
उन्होंने कहा कि, "समुद्री बल में आत्मनिर्भर बनने के लिए आईएसआर टेक्नोलॉजी एक बड़ा बदलाव लाने वाला कदम है. दृष्टि 10 के आने से हमारी नौसेना की शक्तियां बढ़ेगी. यह हमारे लिए किसी सपने का सच होने जैसा ही है भारत में ही मौजूद साठ प्रतिशत से भी अधिक समानों की मदद से इस यूएवी का निर्माण किया गया है." इस नई यूएवी के बारे में कहा गया कि इसे नौसेना के समुद्री अभियानों में शामिल किया जाएगा, और इसके लिए यह यूएवी हैदराबाद से पोरबंदर के लिए उड़ान भरेगा. आइए हम आपको नौसेना के इस खास शक्ति की खासियत बताते हैं. अडाणी की प्रेस रिलीज़ के मुताबिक:
UAV की खास बातें
- इस यूएवी को अडाणी डिफेंस और एयरोस्पेस ने बनाया है.
- इसे भारत में बनाया गया है, यानी यह मेड इन इंडिया यूएवी है.
- इसे बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली चीजों में से कुल 60% चीजें भी भारतीय ही है.
- इस यूएवी में 450 किलोग्राम पेलोड क्षमता है.
- यह एक मानव रहित यूएवी है, यानी इस ड्रोन को चलाने के लिए किसी इंसान की भी जरूरत नहीं है.
- यह बारिश समेत सभी तरह के मौसम में उड़ान भर सकता है.
- यह 36 घंटे तक मजबूती से टिके रहने में सक्षम है.
- यह एक अत्याधुनिक इंटेलिजेंस, सर्विलांस एंड रिकॉनेसंस (ISR) मंच है.
- यह सभी हवाई क्षेत्रों में उड़ान भर सकता है.
अडाणी एंटरप्राइजेज के वाइस प्रेसिडेंड ने कहा कि, "अडाणी के लिए थल, वायु और नौसेना सीमाओं की सुरक्षा, खुफिया, निगरानी और निर्यात के मामले में भारत को ग्लोबल मैप पर लाना प्रमुख प्राथमिकता है."