Shark Tank India में दिखा AI Drone, टेक-ऑफ करने से लेकर लैंड करने तक अपने-आप करता है सभी काम
Shark Tank India: शार्क टैंक इंडिया में आर्टिफिशिल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी से चलने वाला ड्रोन देखा गया है. आइए हम आपको इस खास ड्रोन के सभी फीचर्स बताते हैं.
AI Drone: आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी यानी एआई की चर्चाएं भारत समेत पूरी दुनिया में की जा रही है. पिछले कुछ महीनों से इस टेक्नोलॉजी ने दुनियाभर की सुर्खियां बटौरी है, और धीरे-धीरे हरेक क्षेत्र में इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है. भारत में नए स्टार्टअप का कार्यक्रम दिखाने वाले टीवी शो शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) में एक एआई की मदद से चलने वाला ड्रोन देखा गया है.
शार्क टैंक इंडिया में देखा गया एआई ड्रोन
दरअसल, शार्क टैंक इंडिया में लोग नए-नए स्टार्टअप आइडिया लेकर आते हैं, और फंडिंग की मांग करते हैं. इस बार शार्क टैंक में दो लोग एक अनोखे आइडिया के साथ आए हैं. उन्होंने एक एआई ड्रोन पेश किया है. इसे दो लोगों ने पेश किया है, जिनके नाम प्रेम साई और राजेश्री राजेश देतालु हैं.
इन दोनों ने मिलकर एक स्टार्टअप शुरू किया है, जिसका नाम VECROS है. प्रेम साई और राजेश्री दोनों इस कंपनी के फाउंडर है और इन दोनों ने शार्क टैंक इंडिया के एक कार्यक्रम में अपनी कंपनी के बारे में बताया और एक एआई ड्रोन पेश किया, जिसका नाम AI Drone ATHERA है.
सभी काम अपने-आप करेगा एआई ड्रोन
इन दोनों लोगों ने इस एआई ड्रोन को फ्लैगशिप ड्रोन बताया. उन्होंने इस टीवी कार्यक्रम में अपने ड्रोन को उड़ाकर दिखाया. इस ड्रोन को उड़ाने के लिए किसी भी ऑपरेटर की जरूरत नहीं थी. ड्रोन ने अपने आप टेकऑफ किया, अपने आप पूरी उड़ान भरी, कमरे में गया, पूरे कमरे को स्कैन किया और फिर ऑटोमैटिकली लैंड भी कर लिया.
इस दौरान इस एआई ड्रोन ने एक 3D Map भी बनाया, जिसे कार्यक्रम के दौरान टीवी स्क्रीन पर दिखाया भी गया. इसके अलावा इस एआई ड्रोन ने अपने-आप लोगों को रूम का डिजाइन भी दिखाया, और जिस रूट से ड्रोन ने अपनी जर्नी की थी और रूट का मैप भी लोगों को दिखाया.
किन कामों में होगा एआई ड्रोन का उपयोग?
ATHERA के फाउंडर्स प्रेम साई और राजेश्री ने बताया कि AI Drone ATHERA इंडिया का पहला ऑटोमैटिक यानी सेल्फ फ्लाइंग स्पाशियल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ड्रोन यानी खुद से चलने वाला ड्रोन है. फाउंडर्स के मुताबिक इस एआई ड्रोन का उपयोग रेलवे ब्रिज मॉनिटरिंग, कंस्ट्रक्शन वर्क, इंपेक्शन मॉनिटरिंग जैसे कई क्षेत्रों के काम में किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि इसमें एआई ड्रोन में कुल 8 कैमरों का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने दावा किया कि एआई की मदद से चलने वाले इस ड्रोन की नज़र 360 डिग्री एंगल पर रहती है. इसके अलावा इस ड्रोन की खासियत है कि इस ड्रोन के रास्ते में अगर कोई इंसान या सामन आ जाता है तो यह खुद ही अपनी सुरक्षा कर लेता है, और उससे दूर हो जाता है.