शराब की लत छुड़ाने के लिए इस वेबसाइट का लिया सहारा, फिर सबको पता चल गया कि ये लोग शराबी हैं!
लोग ऑनलाइन एल्कोहल रिकवरी कंपनियों पर प्राइवेसी को लेकर भरोसा जताते हैं. हालांकि, एक ऑनलाइन एल्कोहल रिकवरी कंपनी ने लोगों का भरोसा चकना चूर कर दिया है. आइए खबर में जानते हैं कि माजरा क्या है?
Alcohol Recovery App : कोई गम में, कोई खुशी में और कोई ऐसी ही दोस्तों के साथ शराब पीनी शुरू करता है, और फिर देखते ही देखते ये एक लत बन जाती है. शराब की लत से कई लोग परेशान हैं. शराब पीने वाले से ज्यादा तो उस शख्स के प्रियजन परेशान हो जाते हैं. परेशान होने के बाद कई लोग शराब की लत को छुड़ाने के लिए कई प्रयास करने लगते हैं. कुछ लोगों को डी-एडिक्शन सेंटर जाना ठीक नहीं लगता है, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि फिर दुनिया को पता चल जायेगा कि वे शराबी है और यह बात उनकी सोशल इमेज के लिए ठीक नहीं है. अब लोग शराब की लत को छुड़ाने के दूसरे तरीके भी तलाशते हैं, जिनमें ऑनलाइन रिकवरी प्लैटफॉर्म्स भी शामिल हैं.
लोग ऑनलाइन एल्कोहल रिकवरी कंपनियों पर प्राइवेसी को लेकर भरोसा जताते हैं. हालांकि, कुछ ऑनलाइन एल्कोहल रिकवरी कंपनियों ने लोगों का भरोसा चकना चूर कर दिया है. आइए खबर में जानते हैं कि माजरा क्या है?
कम्पनी ने लीक कर दी लोगों की पर्सनल डिटेल
टेक क्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक, मॉन्यूमेंट और टेम्पेस्ट (Monument and Tempest) नाम की एल्कोहल रिकवरी कंपनी के मरीजों की पर्सनल डिटेल को एडवर्टाइजिंग कंपनियों के साथ शेयर कर दिया. मॉन्यूमेंट और टेम्पेस्ट ने लोगों के डाटा को शेयर करने से पहले उनसे परमिशन भी नहीं ली. रिपोर्ट आगे बताती है कि कुछ दिन पहले कंपनी ने कैलिफॉर्निया एटॉर्नी को दिए गए एक बयान में कन्फर्म किया कि उसने डेटा ब्रीच करके पेशेंट का डेटा लीक किया था.
कितने मरीजों का डाटा हुआ लीक?
जब कंपनी से सवाल किया गया तो कंपनी ने कहा कि इसकी वजह थर्ड पार्टी ट्रैकिंग सिस्टम है, जिसे FB, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और पिंटरेस्ट ने डेवलप किया है. मॉन्यूमेंट के CEO ने कहा कि इस डेटा ब्रीच से एक लाख मरीजों का डाटा शेयर हुआ है. कंपनी ने बताया कि उन्होंने वेबसाइट ट्रैकर्स का उपयोग किया था, इससे बड़ी टेक कंपनियों को उनकी वेबसाइट पर आने वाले लोगों की जानकारी मिलती थी और इस जानकारी का को ही एनालिसिस और विज्ञापन के लिए उपयोग किया जाता था. बता दें कि इससे पहले ऑनलाइन मेंटल हेल्थ स्टार्टअप सेरेब्रल ने भी कहा था कि थर्ड पार्टी एडवर्टाइजर्स की वजह से डेटा ब्रीच में 30 लाख से ज्यादा पेशंट की पर्सनल इन्फो लीक हो गई थी. अब दोष किसे दिया जाए, यह मुद्दा बेहस का पात्र बन चुका है.
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