अमेजन में नौकरी देने के नाम पर 11,000 लोगों को ठगा... क्या आपको भी मिला वर्क फ्रॉम होम का ऑफर?
पुलिस ने न्यूज एजेंसी को बताया कि उनकी जांच के समय, उन्होंने पाया कि चीनी साइबर अपराधियों ने उन लोगों को धोखा देने के लिए एक मॉड्यूल बनाया, जो वर्क फ्रॉम होम या पार्ट टाइम जॉब ढूंढ रहे हैं.
Amazon Job : क्या आपको भी अमेजन कंपनी में वर्क फ्रॉम होम जॉब्स ऑफर करने का दावा करने वाले मैसेज मिल रहे हैं..? अगर हां, तो सावधान हो जाइए, क्योंकि दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह ने वर्क फ्रॉम होम का फर्जीवाड़ा कर करीब 11,000 लोगों को ठगा है. इन साइबर ठगों का गिरोह चीन और दुबई में है और इनका मास्टरमाइंड जॉर्जिया में है. दिल्ली पुलिस अब तक साइबर ठगी से जुड़े तीन लोगों को पकड़ चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस मामले में दिल्ली, गुरुग्राम और फतेहाबाद (हरियाणा) से अलग-अलग छापेमारी कर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.
वर्क फ्रॉम होम जॉब ढूंढने वालों को बनाया जा रहा शिकार
पुलिस ने समाचार एजेंसी को बताया कि उनकी जांच के समय, उन्होंने पाया कि चीनी साइबर अपराधियों ने उन लोगों को धोखा देने के लिए एक मॉड्यूल बनाया, जो वर्क फ्रॉम होम या पार्ट टाइम जॉब के लिए ऑनलाइन काम ढूंढ रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि एक महिला जो पार्ट टाइम नौकरी की तलाश कर रही थी, उसके साथ 1.18 लाख रुपये की ठगी हुई है. कहा जा रहा है कि इन साइबर ठगो ने लोगों को ठगने के लिए एक टेलीग्राम आईडी का इस्तेमाल किया है, आईडी बीजिंग चीन से संचालित हो रही थी. जिस वॉट्सएप नंबर से लोगो को अमेज़ॅन साइट में निवेश करने के लिए कहा गया था, वह भी भारत के बाहर का नंबर था.
ऐसे हुआ भंडाफोड़
दिल्ली पुलिस को एक शिकायत मिली थी जिसमें एक महिला ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि कुछ अज्ञात स्कैमर्स ने अमेज़ॅन में ऑनलाइन पार्ट टाइम नौकरी देने आड़ में महिला से 1.18 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है. शिकायत में, महिला ने कहा कि यह एक बड़ा प्लान चल रहा है, जिसे कुछ लोग अमेजन कंपनी के रूप में कर रहे हैं. तथ्यों का पता लगाने के बाद, पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया.
अमेजन के जैसे डिजाइन होती है वेबसाइट
नौकरी ढूंढने वालों को आगाह करते हुए डीसीपी ने कहा कि ये लोग वेबसाइटों को इस तरह से डिजाइन करते हैं कि वो एक वास्तविक अमेज़ॅन वेबसाइट की तरह दिखती है. इस तरह की फर्जी वेबसाइटों को इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया वेबसाइटों पर बड़े पैमाने पर प्रमोट भी किया जाता है. यहां तक कि स्कैमर्स पीड़ितों को अच्छे पैसे कमाने वाले कर्मचारियों के के नकली स्क्रीनशॉट भी दिखाते हैं.
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