Amazon से आर्डर करने पर अब नहीं मिलेंगे डैमेज प्रोडक्ट्स, AI बताएगा किसे भेजना है और किसे नहीं
Amazon: अमेजन वेयरहाउस से अब आपको कौन-सा प्रोडक्ट डिलीवर होगा ये AI तय करेगा. इससे डिलीवरी प्रोसेस फास्ट होगा और डैमेज हुए प्रोडक्ट्स कम से कम मिलेंगे.
Amazon will use AI in Warehouses: AI आने वाले समय में आपको हर जगह देखने को मिलेगा. अभी से इसकी शुरुआत हो गई है और अलग-अलग प्रोडक्ट्स और सर्विसेज में AI का सपोर्ट मिलने लगा है. इस बीच ये खबर सामने आ रही है कि ई-कॉमर्स जॉइंट अमेजन अपने प्लेटफार्म पर AI का सपोर्ट लाने जा रही है. वाल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी अपने सभी वेयरहाउस में AI का इस्तेमाल करने वाली है ताकि लोगों को डैमेज प्रोडक्ट न मिलें.
फ़िलहाल कंपनी अपने अधिकतर वेयरहाउस में प्रोडक्ट की टेस्टिंग इंसानो से करवाती है. ऐसे में कई बार वर्क लोड के चलते कोई प्रोडक्ट सही से चेक नहीं हो पाता और फिर वह उसी कंडीशन में यूजर तक पहुंच जाता है. दिक्कत तब आती है जब प्रोडक्ट खराब या पूर्ण रूप से डैमेज होता है. इंसानो द्वारा प्रोडक्ट्स को चेक करना एक लम्बा प्रोसेस है और इसमें टाइम भी ज्यादा लगता है. इस समस्या को कंपनी अब AI से खत्म करने वाली है. अमेजन अपने वेयरहाउस में AI टेक्नोलॉजी को स्थापित करने की सोच रहा है जिससे काम तेजी से हो सके और कंपनी भी ऑटोमेशन की तरफ बढ़ पाए.
जानकारी के मुताबिक, अमेजन ने अपने 2 वेयरहाउस में AI से काम करना शुरू कर दिया है. आने वाले समय में कंपनी नार्थ अमेरिका और यूरोप के 10 दूसरे वेयरहाउस में भी AI टेक्नोलॉजी को सेटअप करने वाली है. अमेज़ॅन में काम करने वाले सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट मैनेजर क्रिस्टोफ श्वेर्टफेगर ने बताया कि AI इंसानो से 3 गुना ज्यादा बेहतर है और इसकी मदद से कम समय में ज्यादा काम किया जा सकता है.
ऐसे चेक होते हैं प्रोडक्ट्स
AI को ट्रेन करने के लिए अमेजन ने ढेर सारे फोटोग्राफ्स का इस्तेमाल किया है जिसमें डैमेज और सही दोनो तरह के फोटोज थे. इन्हें स्कैन करने पर AI ने सही और गलत में फर्क समझा और इसी आधार पर अब टूल प्रोडक्ट्स की टेस्टिंग करता है.
जब कोई भी प्रोडक्ट आर्डर किया जाता है तो सबसे पहले इसका निरीक्षण किया जाता है. ये पीकिंग और पैकेजिंग के दौरान किया जाता है. जैसे ही आइटम को चुन लिया जाता है तो इसे एक डिब्बे में रखा जाता है जो एक इमेजिंग स्टेशन से गुजरता है जहां इसे चेक किया जाता है कि ये टूटा-फूटा तो नहीं है. यदि कोई प्रोडक्ट टूटा या AI उसे डैमेज बताता है तो एक व्यक्ति इस प्रोडक्ट को सही से देखता है. यदि प्रोडक्ट सही होता है तो इसे आगे पैकेजिंग के लिए भेज दिया जाता है. खराब होने पर प्रोडक्ट को कंपनी री-प्लेस कर देती है.
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