एपल के एंप्लॉयज ने यूनियन बनाने के लिए दी वोट, अब वेतन, वर्किंग ऑवर व अन्य मामलो पर कंपनी से सीधे कर सकेंगे बात
इतिहास रचा गया है. दरअसल, एपल के एम्प्लॉइज ने यूनियन बनाने के लिए वोटिंग की है. यूनियन के बनने के बाद एम्प्लॉइज वेतन, वर्किंग ऑवर और उनसे जुड़े अन्य मामलों के लिए सीधे कंपनी से बात कर सकेंगे.
Apple employees Union : बात है एपल के एक अमेरिकी स्टोर की, जहां एम्प्लॉइज ने यूनियन बनाने के लिए वोटिंग की. इस वोटिंग का रिजल्ट पॉजिटिव रहा. अब एपल की हिस्ट्री में ऐसा पहली बार हो रहा है जब एम्प्लॉइज की यूनियन बनने जा रही है. इस यूनियन के बनने के बाद एम्प्लॉइज वेतन, कार्य समय और उनसे जुड़े अन्य मामलों के लिए सीधे कंपनी से बात कर सकेंगे.
पूरा मामला क्या है?
दरअसल, एम्प्लॉइज के ग्रुप एपल CORE (कोएलिशन ऑफ ऑर्गेनाइज्ड रिटेल एम्प्लॉइज) ने यूनियन के लिए एक कैंपेन किया. इस कैंपेन में वोटिंग कराई गई. वोटिंग कराने वाली फेडरल एजेंसी थी. एजेंसी के मुताबिक मैरीलैंड स्टोर के 110 एम्प्लॉइज में से 65 ने इसके समर्थन में वोट किया और 33 ने इसके खिलाफ वोटिंग की. इसके अतरिक्त 12 एम्प्लॉइज ने वोटिंग नहीं की.
जीतने के बाद एपलCORE ने ट्वीट करते हुए अपनी खुशी प्रकट की. उन्होंने लिखा, "हमने अपना यूनियन वोट जीता! उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने इतनी मेहनत की और स्पोर्ट किया! अब हम जश्न मनाते हैं. कल भी हम ऐसे ही साथ मिलकर रहेंगे.”
जानकी के अनुसार, इस वोटिंग के बाद एपल ने इस पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया.
रचा गया इतिहास
इतिहास की बात करें, तो यह तीसरा एपल स्टोर है, जिसने इस साल यूनियन ड्राइव चलाई, लेकिन यूनियन के लिए वोटिंग कराने में कामयाब होने वाला यह पहला स्टोर है. इस लिहाज़ से इतिहास रचा गया है. अटलांटा और न्यूयॉर्क के अन्य एपल स्टोर्स ने भी यूनियन बनाने की ओर कदम बढ़ाया है. हालांकि, अटलांटा में कर्मचारियों ने कंपनी पर यूनियन के खिलाफ काम करने का आरोप लगाकर वोटिंग प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है.
यूनियन बनाने के लिए कानून
कई यूरोपीय देशों की तुलना में अमेरिका में यूनियन ज्यादा कॉमन नहीं हैं, लेकिन फिर भी कानून इसकी सुरक्षा करता है. यूनियन बनाने के दो तरीके हैं.
1. कंपनी खुद से यूनियन को मान्यता दे सकती है.
3. 30% एम्प्लॉइज के सिग्नेचर लेकर रिपोर्ट सौंपनी है फिर राष्ट्रीय श्रम संबंध बोर्ड (NLRB) यूनियन के लिए इलेक्शन करा कराएगा.
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