Apple paying compensation: कनाडा में कुछ iPhone यूजर्स ने अपने आईफोन के अचानक स्लो डाउन होने की शिकायत कोर्ट में की थी. इसको लेकर एप्पल के खिलाफ एक मुकदमा दायर किया गया था. हालांकि कोर्ट में एप्पल ने इस आरोप को गलत बताया है. इसके साथ ही कंपनी ने इस मामले को कुछ कंपनसेशन देकर खत्म करने की बात कही है. एप्पल ने 14.4 मिलियन डॉलर का कंपनसेशन देनी की बात कही है. हालांकि अभी कोर्ट ने इसे अप्रूव या अपना कोई अंतिम फैसला नहीं सुनाया है.


यदि कोर्ट कंपनसेशन अमाउंट को अप्रूव करती है तो हर उस iPhone यूजर्स को कंपनी पैसा देगी जिसने शिकायत दर्ज की थी. हर यूजर को कंपनी 150 कैनेडियन डॉलर का पेमेंट करेगी जो भारतीय रुपयों में लगभग 9,320 रुपये के आस-पास होता है. कंपनसेशन अमाउंट लोगों के हिसाब से कम या ज्यादा भी हो सकता है.


एप्पल के खिलाफ यूजर्स ने की थी ये शिकायत


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मुकदमे में शामिल लोगों के समूह में वे लोग शामिल हैं जो 21 दिसंबर 2017 से पहले कनाडा (क्यूबेक को छोड़कर) में रहते थे और जिनके पास विशिष्ट आईफोन मॉडल थे - जैसे आईफोन 6, 6 प्लस, 6एस, 6एस प्लस, एसई, 7, या 7 प्लस. इन यूजर्स ने अपने iPhone के अचानक स्लो डाउन होने की बात कही थी और कंपनी पर ये आरोप लगाया था कि एप्पल ने बिना बताए ये स्लो डाउन किया है. दरअसल, एप्पल ने अपने कुछ मॉडल्स को जिनकी बैटरी पुरानी है, उन्हें स्लो डाउन करना शुरू किया था ताकि ये शटडाउन न हो जाएं. इस बारे में कंपनी ने यूजर्स को समय पर क्लियर जानकारी नहीं दी जिसके चलते जब अफेक्टेड iPhone यूजर्स ने मोबाइल को अपडेट किया तो ये अचानक से स्लो काम करने लगा.


हालांकि बाद में एप्पल ने इस विषय में लोगों को खुलकर बताया और बैटरी चेंज करने की कॉस्ट को 29 डॉलर तक सीमित कर दिया था. बता दें, इसी तरह का सेटलमेंट एप्पल ने US में भी किया है और हर अफेक्टेड यूजर को इस हफ्ते से 92 डॉलर मिलने शुरू हो जाएंगे.  


यह भी पढ़ें:


28 साल बाद माइक्रोसॉफ्ट विंडोज से हटाने जा रही ये ऐप्लिकेशन, इन 2 ऐप्स से चलाना होगा काम