दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनी Apple एक क्लाइंट साइड टूल पेश करने जा रही है. इसकी मदद से फोन पर चाइल्ड पोर्न एब्यूज मटेरियल (CSAM) को पहचान करने के लिए यूजर्स को iPhone को स्कैन करेगा और ऐसा कुछ मिलने पर संबंधित विभाग को रिपोर्ट करेगा. ये नई टेक्नोलॉजी ऐपल के आईफोन समेत कई डिवाइस में शुरू की जाएगी. आइए जानते हैं कि ये क्या है और कैसे काम करेगी. साथ ही एक्सपर्ट्स की इसको लेकर क्या राय है.
पहले से ज्यादा रख सकेंगे नजर
दरअसल Apple बच्चों की सेफ्टी के लिए अपने डिवाइसेज में नए फीचर्स ऐड करने जा रही है. कंपनी की मानें तो नए चाइल्ड सेफ्टी फीचर्स को चाइल्ड सेफ्टी एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर तैयार किया गया है. इन फीचर्स में नए कम्यूनिकेशन टूल्स मिलेंगे, जिनसे पैरेंट्स बच्चों के स्मार्टफोन के जरिए ऑनलाइन एक्टिविटी पर पहले से ज्यादा नजर बनाए रख पाएंगे.
शुरुआत में क्लाउड फोटो के लिए होगा यूज
क्रिप्टोग्राफी और साइबर सेफ्टी एक्सपर्ट मैथ्यू ग्रीन ने ट्वीट कर बताया कि शुरुआत में इसका यूज क्लाउड-स्टोरेज फोटोज के लिए क्लाइंट साइड स्कैनिंग करने के लिए होगा. यह एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग सिस्टम में नजर रखने एक महत्वपूर्ण इंग्रेडिएंट हो सकता है. ग्रीन ने इस बात पर चिंता भी व्यक्त कि की अगर ये टेक्नोलॉजी गलत हाथों में चली गई तो इसके दुष्परिणाम भी हो सकते हैं.
"प्राइवेसी के साथ समझौता"
वहीं दूसरी तरफ कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका में चाइल्ड सेफ्टी फीचर्स के जरिए कंपनी अपने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी के साथ समझौत करने जा रही है, जिसमें वह यूजर्स की प्राइवेसी को प्रायोरिटी बताती है. इसके अलावा एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है, "कई देशों में फ्रॉड और दूसरी एक्टिविटी के लिए भी मजबूत कदम उठाती है. इसलिए अगर सभी की मांग ऐसे पूरी की जाएगी तो फोन महज जासूसी करने वाला डिवाइस बनकर रह जाएगा."
ये भी पढ़ें
WhatsApp से भी डाउनलोड कर सकते हैं कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट, बस फॉलो करने होंगे ये स्टेप
Samsung ला रहा जबरदस्त फोन! लगे होंगे डायमंड और बेशकीमती पत्थर, कीमत सुनकर रह जाएंगे दंग