अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचई (Sundar Pichai) ने आज एआई प्लेटफॉर्म बार्ड (Bard) को लेकर बड़ी अनाउंसमेंट की है. पिचई ने कहा कि 13 जुलाई से गूगल बार्ड (Google Bard) दुनिया के कई देशों में और कई भाषाओं में उपलब्ध है. पिचई ने यह भी कहा कि कंपनी गूगल लेंस की ज्यादा कैपिसिटी भी रोल आउट करने जा रहे हैं. इससे संकेतों में इमेज का इस्तेमाल कर सकेंगे. आप यूं कहें कि एक नई टेक्स्ट-टू-स्पीच सुविधा जो आपको प्रतिक्रियाएं सुनने की सुविधा देती है.
हिंदी सहित 40 से ज्यादा भाषाओं में उपलब्ध
पिचई की इस अनाउंसमेंट पर ट्विटर प्रमुख एलन मस्क ने ट्वीट करते हुए लिखा- इंट्रेस्टिंग. गूगल ब्लॉग के मुताबिक, बार्ड का इस्तेमाल दुनियाभर की 40 से भी ज्यादा भाषाओं में किया जा सकता है. इनमें अरबी, चीनी, जर्मन, हिंदी और स्पेनिश भाषाएं भी शामिल की गई हैं.
गूगल (Google) का कहना है कि आप ब्राज़ील और पूरे यूरोप सहित अन्य जगहों पर बार्ड (Google Bard) तक एक्सेस कर सकते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के प्रति कंपनी प्रतिबद्धा है. गूगल का कहना है कि यूजर्स रिएक्शन को शामिल किया जाएगा और लोगों की प्राइवेसी और डेटा की सुरक्षा के लिए कदम उठाएंगे.
ज्यादा कस्टमाइज रिस्पॉन्स
गूगल के मुताबिक, बार्ड को नए अपडेट के साथ उपलब्ध कराया गया है, जो और भी ज्यादा कस्टमाइज रिस्पॉन्स देता है. उदाहरण के लिए अगर आप किसी शब्द का सही उच्चारण सुनना चाहते हैं या कोई कविता या स्क्रिप्ट सुनना चाहते हैं तो बार्ड आपकी इसमें मदद करेगा. इसके लिए सिर्फ एक संकेत डालना होता है और बार्ड (Google Bard) के उत्तर सुनने के लिए ऑडियो आइकन को सलेक्ट करना होता है.
आप चाहें तो बार्ड के रिस्पॉन्स को आसानी से एडजस्ट भी कर सकते हैं. अब आप बार्ड की प्रतिक्रियाओं के टोन और शैली को पांच अलग-अलग विकल्पों में बदल सकते हैं: सरल, लंबा, छोटा, पेशेवर या रैंडम. हालांकि यह सुविधा अंग्रेजी में लाइव है और जल्द ही नई भाषाओं में भी उपलब्ध होगी.