केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव आज भारत 6जी अलायंस को लॉन्च कर रहे हैं. टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) का कहना है कि भारत 6जी एलायंस (Bharat 6G Alliance) अगले दशक में उभरती टेलीकॉम टेक्नोलॉजी और प्लेटफार्मो के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करेगा और भारत को 2030 तक 6जी (6G) टेक्नोलॉजी और मैनुफैक्चरिंग में अग्रणी योगदान करने वाला बनने में सक्षम बनाएगा. 


भारत 6जी अलायंस (B6GA)


भारत 6जी अलायंस (Bharat 6G Alliance) घरेलू इंडस्ट्री, एजुकेशन सेक्टर, नेशनल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन और सरकार की तरफ से सहायता प्राप्त मानक संगठनों का एक गठबंधन होगा. उम्मीद की जाती है कि बी6जीए (B6GA) भारत 6जी विज़न डॉक्यूमेंट्स और आगे के विकास के आधार पर अपनी स्वयं की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करेगा. B6GA का इन पर फोकस होगा:


भारत से 5जी एडवांस्ड/6जी आईपी और आवश्यक पेटेंट विकसित करने में मदद करने के लिए
भारतीय 5G एडवांस्ड/6G प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशंस का डिज़ाइन और निर्माण
3GPP/ITU में भारतीय भागीदारी को समर्थन और ऊर्जा प्रदान करना
भारतीय स्टार्टअप और कंपनियों का संघ बनाने में मदद करना
भारतीय 5जी/6जी टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के लिए बाजार पहुंच को सुविधाजनक बनाना
समान विचारधारा वाले 6जी वैश्विक गठबंधन के साथ गठबंधन बनाना



6जी का क्या है विज़न


6जी विजन (Bharat 6G Vision) अफोर्डेबिलिटी, सस्टेनेबिलिटी और हर जगह मौजूदगी के सिद्धांतों पर आधारित है. 6जी का विज़न पूरी तरह से आत्मनिर्भर भारत के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के मुताबिक है और यह हर भारतीय को अपने जीवन में आत्मनिर्भर (आत्मनिर्भर) बनने के लिए सशक्त बनाने का प्रयास करेगा. साथ ही, यह सुनिश्चित करता है कि भारत एडवांस टेलीकॉम टेक्नोलॉजी और सॉल्यूशन के लीडिंग सप्लायर के तौर पर दुनिया में अपनी जगह बनाने में अपनी भूमिका निभाई जा सके. 


भारत 6जी मिशन


इनोवेशंस और नए विचारों को सामने लाने के लिए रिसर्च और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा. वित्तीय सहायता के लिए पर्याप्त प्रावधान उपलब्ध कराए जाएंगे. यह मिशन दो फेज में पूरा होगा. पहला फेज साल 2023-2025 (2 वर्ष) और फेज 2 साल 2025-2030 तक पूरा होगा.


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