Budget 2022: 2022-23 में आएगा 5G मोबाइल नेटवर्क, गांव में ऐसे फास्ट इंटरनेट सर्विस देने की तैयारी
Budget 2022 For 5G Network: 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू में 2021 के लिए शेड्यूल थी, लेकिन COVID-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई. अब यह अप्रैल-मई 2022 में आयोजित होने वाली है.
5G Network In India: एक बड़ी घोषणा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने चौथे बजट भाषण को कहा कि 5G टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की नीलामी 2022 में होगी और नेटवर्क 2023 में शुरू किया जाएगा. इसके अलावा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि किफायती ब्रॉडबैंड को सक्षम करने के लिए भारत के सभी गांवों को 2025 तक ऑप्टिक फाइबर के माध्यम से जोड़ा जाएगा. केंद्रीय बजट (2022-23) का उद्देश्य 'अमृतकाल' (2022-2047) के लिए एक खाका प्रदान करना है क्योंकि भारत स्वतंत्रता के 100 वें साल की ओर बढ़ रहा है.
वित्त मंत्री ने कहा कि "5G टेक्नोलॉजीज विकास के अवसर प्रदान करती हैं. इसलिए, निजी टेलिकॉम ऑपरेटर द्वारा 2022-23 के भीतर 5G मोबाइल सर्विस के रोलआउट की सुविधा के लिए 2022 में आवश्यक स्पेक्ट्रम नीलामी आयोजित की जानी चाहिए. उत्पाद से जुड़े निवेश (PLI) स्कीम के हिस्से के रूप में एक मजबूत 5G इकोसिस्टम बनाने के लिए डिजाइन-आधारित विनिर्माण योजना शुरू की जाएगी. सस्ती ब्रॉडबैंड सर्विस को सक्षम करने के लिए, 2022-23 में भारत नेट परियोजना के माध्यम से सभी गांवों में ऑप्टिक फाइबर बिछाने के ठेके दिए जाएंगे. इनके 2025 में पूरा होने की उम्मीद है,."
आर्थिक सर्वेक्षण (2021-22) में, केंद्र ने अपने दूरसंचार सुधारों को सूचीबद्ध किया जैसे - उचित मूल्य पर सेवा का उपयोग रखने के लिए नियामक ढांचा, कुल टेलीफोन कस्टमर बेस में बढ़ोतरी, इंटरनेट ग्राहकों में लगातार बढ़ोतरी और ब्रॉडबैंड कनेक्शन. दिसंबर 2021 में मोबाइल टावरों की संख्या बढ़कर 6.93 लाख हो गई है और कुल 1.73 लाख ग्राम पंचायतों को जोड़ने के लिए 5.46 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) बिछाई गई है, जबकि 1.59 लाख ग्राम पंचायतें 27 सितंबर 2021 तक ओएफसी पर सेवा के लिए तैयार हैं.
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5G Spectrum Rollout
5G स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू में 2021 के लिए शेड्यूल थी, लेकिन COVID-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई. अब यह अप्रैल-मई 2022 में आयोजित होने वाली है. दूरसंचार विभाग (DoT) ने 5G ट्रायल करने के लिए मुख्य दूरसंचार कंपनियों (Reliance Jio, Bharti Airtel और Vodafone Idea) को छह महीने के लिए स्पेक्ट्रम प्रदान किया है. 5जी नेटवर्क की लॉन्चिंग कुछ महीने पहले केंद्र को कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया में 35.8 फीसदी हिस्सेदारी मिलने के बाद हुई है.
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Reliance Jio द्वारा हाल ही में किए गए 5G परीक्षणों से पता चला है कि Reliance Jio 5G 4G नेटवर्क पर डाउनलोड स्पीड से लगभग आठ गुना ज्यादा है. इसी तरह रिलायंस जियो के 5जी नेटवर्क पर अपलोड स्पीड उसी प्रोवाइडर के 4जी नेटवर्क की तुलना में करीब 15 गुना तेज है. पायलट टेस्ट मुंबई स्थित एक सर्वर पर आयोजित किया गया था.
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