ChatGPT Bug: बीते सोमवार को ओपन एआई के चैटबॉट, चैट जीपीटी में एक बैग आ गया था जिसकी वजह से कुछ यूजर्स का डेटा दूसरे लोगों को दिखने लगा था. इस बग को ठीक करने के लिए चैट जीपीटी को कुछ देर के लिए बंद किया गया था. हालांकि आप कंपनी ने बग को सही कर लिया है और लोगों का डेटा सिक्योर है. इस बग की वजह से लोगों को अन्य यूजर्स का पर्सनल डेटा, क्रेडिट कार्ड नंबर, रिसेंट सर्च आदि कई चीजे दिखने लगी थी. ओपन एआई ने खुद इस विषय में बताया कि करीब 1.2% प्लस सब्सक्राइबर का डेटा इस बग के चलते दूसरे यूजर्स को दिखा है. कुछ यूजर्स ने ट्विटर के जरिए इस तरह के पोस्ट भी शेयर किए हैं जहां उन्हें दूसरे यूजर्स का डेटा दिख रहा था.
खैर अब कंपनी ने बग को फिक्स कर लिया है और चैट जीपीटी पहले की तरह काम करने लगा है. बता दें, कंपनी ने चैट जीपीटी का नया वर्जन जीपीटी-4 भी प्लस सब्सक्राइबर के लिए लाइव कर दिया है. नया वर्जन पहले से ज्यादा एडवांस और एक्यूरेट है. ओपन एआई ने चैट जीपीटी को पिछले साल नवंबर में लॉन्च किया था. महज 5 दिन में इस चैटबॉट ने 1 मिलियन का ट्रैफिक हासिल कर दुनिया भर में सनसनी मचा दी थी. जनवरी में चैटबॉट ने 100 मिलियन का यूजेरबेस हासिल किया था. ओपन एआई का ये चैटबॉट मशीन लर्निंग पर बेस्ड है जिसमें पब्लिकली मौजूद सारा डेटा फीड किया गया है.
GPT-4 की खासियत
GPT-4 की खासियत ये है कि ये टेक्स्ट के साथ-साथ इमेज क्वेरी को भी समझ सकता है. नए वर्जन में यूजर्स 25,000 वर्ड तक की क्वेरी कर सकते हैं. ओपन एआई ने बताया कि कंपनी ने GPT-4 को बनाने में 6 महीने का वक्त लगाया है ताकि ये पहले से ज्यादा एक्यूरेट, क्रिएटिव और यूजर्स के लिए मददगार हो पाएं. GPT-4 केवल प्लस सब्सक्राइबर के लिए ही उपलब्ध है. अगर आप नए वर्जन को यूज करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको चैट जीपीटी का प्लस सब्सक्रिप्शन लेना होगा जिसका मंथली चार्ज 20 डॉलर है.
यह भी पढ़ें: माउस से जुड़ी वो शॉर्ट ट्रिक्स, जो बना देंगी आपके काम को बेहद आसान! 99% लोग नहीं जानते इनके बारे में