ChatGPT : क्या आप चैट जीपीटी या किसी अन्य एआई चैटबॉट का इस्तेमाल कर रहे हैं? अगर हां, तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है. अगर आप किसी एआई के सहारे से कोई फैक्ट कलेक्ट कर रहे हैं तो आपको थोड़ी मेहनत और कर उस फैक्ट को वेरिफाई कर लेना चाहिए. हां, हम मानते हैं कि एआई चैटबॉट Bard या ChatGPT लगभग सटीक जवाब देते हैं, लेकिन हमेशा ही जवाब सही हो इस बात की गारंटी नहीं ली जा सकती है. ऐसे में, हमें ह्यूमन माइंड की जरूरत पड़ती है, जिससे फैक्ट को वेरिफाई किया जा सके. हाल ही, में ऐसा केस सामने आया है जिसमें ChatGPT ने गलत फैक्ट पेश कर दिए. 


वकील ने किया ChatGPT का इस्तेमाल


बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क में एक वकील को ChatGPT ने गलत इन्फॉर्मेशन दे दी. वकील ने कानूनी शोध के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया और ChatGPT पर भरोसा करने के बाद, अदालत की सुनवाई में परेशानी का सामना कर रहा है. अदालत ने पाया कि एक चल रहे एक केस में वकील और उसकी फर्म ने जो लीगल केस रिफ्रेंस किए, वे कभी  अस्तित्व में नहीं थे. न्यायाधीश ने इस घटना को "अभूतपूर्व परिस्थिति" करार दिया.


वकील को अदालत में होना पड़ा शर्मिंदा


लोडुका नाम के वकील को यह रिसर्च उनके सहयोगी श्वार्ट्ज ने करके दी थी. श्वार्ट्ज 30 से अधिक वर्षों से वकालत कर रहे हैं. उन्होंने केस से जुड़े पुराने केस को ढूंढने के लिए ChatGPT का इस्तेमाल किया. जब श्वार्ट्ज से इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें एआई टूल ने गलत जानकारी दी है और वे इस बारे में नहीं जानते थे कि एआई गलत जानकारी दे सकता है. इसके अलावा, एक लिखित बयान में, श्वार्ट्ज ने यह भी स्पष्ट किया कि लोडुका को इस बात की जानकारी नहीं थी कि रिसर्च कैसे किया गया और वह किसी भी तरह से इसका हिस्सा नहीं थे.


एआई का इस्तेमाल करते समय रहे सावधान


टेक एक्सपर्ट ने तर्क दिया है कि चैटबॉट कई बार भ्रम पैदा कर सकता है. यह आपको गलत जानकारी दिखा सकता है. एआई पर भरोसा कर कई यूजर्स गलत फैक्ट को सच मान रहे हैं. हालांकि, हमें खुद से फैक्ट चेक करने की जरूरत है. इस तरह, ChatGPT का इस्तेमाल जानबूझकर या अनजाने में गलत सूचना फैलाने के लिए किया जा सकता है. 


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