Kissan GPT: समस्या बोलिए और फट से मिलेगा जवाब, किसानो के लिए ये वरदान से कम नहीं, जानिए कैसे यूज करना है
KIssan GPT: चैट जीपीटी, गीता जीपीटी के बाद अब किसान जीपीटी सामने आया है. इस चैटबॉट से किसान खेती से जुडी किसी भी परेशानी का समाधान बोलकर प्राप्त कर सकते हैं.
What Is Kissan GPT: चैट जीपीटी के आने के बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर खूब रिसर्च की जा रही है. कई कंपनियां चैट जीपीटी को देखकर अपने AI टूल लॉन्च कर चुकी हैं. कुछ समय पहले गीता जीपीटी (GeetaGPT) नाम का एक टूल सामने आया था जिसमें भगवत गीता के आधार पर लोगों को सवालों का जवाब मिलता है. अब एक और ऐसा ही चैटबॉट सामने आया है जिसे किसान जीपीटी (Kissan GPT) नाम दिया गया है जो किसानों की तनख्वाह/आमदनी को दोगुना करने में मदद करेगा.
Introducing Kissan (Farmer's) GPT. A ChatGPT and Whisper based assistant for underserved agriculture domain of India. Work-in-progress. Expect bugs.
— Pratik Desai (@chheplo) March 14, 2023
(It uses ChatGPT-3.5-turbo and expecting results to improve after GPT-4 and adding custom embeddings.) https://t.co/DpY2v5aoQ2 pic.twitter.com/tVL7gPPEp0
क्या है किसान जीपीटी?
किसान जीपीटी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड चैटबॉट है जो चैट जीपीटी 3.5 पर आधारित है. इस चैटबॉट से किसान खेती से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान बोलकर प्राप्त कर सकते हैं. चैट जीपीटी को 15 मार्च को प्रतीक देसाई ने लॉन्च किया था. इस चैटबॉट को एक्सेस करने के लिए आपको https://kissangpt.com/ पर जाना होगा. ये वेबसाइट बड़ी ही सरल है. वेबसाइट पर जाते ही आपको 14 भाषाएं मिलती हैं जिसमें से आपको एक भाषा को चुनना है और फिर आप उस भाषा में बोलकर चैटबॉट को अपनी परेशानी बता सकते हैं. परेशानी को सुनते ही चैटबॉट आपको सेकंड्स में उसका समाधान दे देगा.
Updates on Kissan GPT
— Pratik Desai (@chheplo) March 31, 2023
- On track to serve 10% volume of Farmer Call Centers (KCC, 21 locations)
- Collaboration coming up with GoI and Agriculture institutes to improve results
- OpenAI got our back 💪
- Updated UI (a little)
- Apps are coming
- Two more languages coming soon…
ध्यान दें, किसान जीपीटी में बग की परेशानी आ सकती है क्योकि इसपर अभी काम किया जा रहा है. कई बार ये आपको गलत जवाब या अधूरा जवाब भी दे सकता है. प्रतिक देसाई ने बताया कि इस चैटबॉट को और बेहतर करने के लिए GPT-4 को इसके साथ इंटीग्रेट किया जाएगा.
किसानों के अलावा ये लोग भी कर सकते हैं इस्तेमाल
किसान जीपीटी को न सिर्फ किसानों के लिए बनाया गया है बल्कि कोई भी स्कूली बच्चा, रिसर्चर्स या अन्य कोई भी इसका इस्तेमाल कर सकता है. 31 मार्च को एक अपडेटेड ट्वीट में प्रतिक देसाई ने बताया कि जल्द किसान जीपीटी को गवर्नमेंट और एग्रीकल्चर इंस्टीटूशन के साथ जोड़ा जाएगा. साथ ही एक ऐप भी इसका तैयार किया जा रहा है ताकि लोग ऐप के माध्यम से इसे एक्सेस कर पाएं.
हमने व्यक्तिगत तौर पर जब किसान जीपीटी से पूछा की हमारे खेत में बोए आलू सड़ गए हैं तो हम क्या करना चाहिए तो इसके जवाब में इस चैटबॉट ने क्या कहा वो पढ़िए.
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