ChatGPT ने पास किया MBA एग्जाम, मैथ्स में परफॉर्मेंस हैरान करने वाली
ChatGPT News: ओपन एआई के चैटबॉट 'चैट जीपीटी' ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है और पेन्सिलवेनिया Wharton बिजनेस स्कूल के एमबीए एग्जाम को क्लियर कर दिया है.
ChatGPT clears MBA Exam: ओपन एआई के चैटबॉट 'चैट जीपीटी' ने दुनिया भर में सनसनी मचाई हुई है. ये चैटबॉट मशीन लर्निंग पर बेस्ड है जो आपके हर सवाल का जवाब फटाफट और सरल शब्दों में दे सकता है. क्योंकि ये हर सवाल का जवाब एकदम सही दे रहा है इस वजह से यूनिवर्सिटी और स्कूल में इसको लेकर प्रोफेसर चिंता में है कि आखिर बच्चों का भविष्य कैसा होगा. तमाम सवालों के बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जो आपको और चिंता में डाल सकती है. दरअसल, इस चैट जीपीटी ने एमबीए का एग्जाम क्लियर कर लिया है. जी हां, पेन्सिलवेनिया के Wharton स्कूल ऑफ बिजनेस के एक प्रोफेसर ने इस चैटबॉट को 'ऑपरेशंस मैनेजमेंट' का फाइनल एग्जाम दिलवाया जो इसने अच्छे अंको के साथ पास कर लिया है.
ChatGPT took the final exam of MBA core course at UPenn, passed the exam and got a B. https://t.co/R1ADwxS0qG pic.twitter.com/GZGHeYJFVJ
— Austin H. Wang (@wearytolove) January 21, 2023
मैथ्स में चैटबॉट का हाल ऐसा
यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्रिश्चियन टर्विस्च ने एक रिपोर्ट में बताया कि चैट जीपीटी ने एमबीए के 'ऑपरेशन मैनेजमेंट कोर्स' का पेपर पास कर लिया है और उसे इसमें B और B- ग्रेड मिले हैं. चैटबॉट ने सभी सवालों का सटीक और सरल शब्दों में जवाब दिया जो आश्चर्यजनक था. हालांकि मैथ्स के कुछ सवालों में ये चैटबॉट लड़खड़ा जाता है. यानि मैथ्स के कुछ सवालों के लिए अभी ये कमजोर है. क्रिश्चियन ने चिंता जताते हुए ये भी कहा कि अब असाइनमेंट लिखते हुए छात्र इस चैटबॉट का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसे में अब समय आ गया है कि स्कूल और यूनिवर्सिटी को एग्जाम पॉलिसी, करिकुलम डिजाइन और टीचिंग में बदलाव करना होगा क्योंकि AI टूल बहुत एडवांस हो गए हैं.
इस शहर ने परिणाम देखकर ठोक दिया था बैन
बता दें ये पहली बार नहीं है जब किसी प्रोफेसर या यूनिवर्सिटी ने चैट जीपीटी को लेकर चिंता जताई हो. इससे पहले अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन ने चैटबॉट पर बैन ठोक दिया था. एजुकेशन बोर्ड का मानना था कि ये चैटबॉट बच्चों और शिक्षकों के भविष्य लिए अच्छा नहीं है क्योंकि ये हर सवाल का जवाब फटाफट दे रहा है जिससे बच्चों के भविष्य पर गलत प्रभाव पड़ सकता है. बोर्ड ने कहा कि ये चैटबॉट क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स को बिल्ड करने से रोकता है जो बच्चों के भविष्य के लिए जरुरी है.
गूगल के लिए मुसीबत बना चैट जीपीटी
एक ओर जहां चैट जीपीटी कठिन से कठिन सवालों का जवाब दे रहा है तो दूसरी तरफ ये टेक जाइंट गूगल के लिए मुसीबत बना हुआ है. दरअसल, माना जा रहा है कि आने वाले समय में ये गूगल के सर्च बिजनेस को एक तरीके से खत्म कर सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये गूगल से बेहतर तरीके से आपको किसी भी सवाल का जवाब फटाफट दे देता है. हाल ही में ओपन आई ने चैट जीपीटी का प्रोफेशनल प्लान भी लॉन्च कर दिया है जिसमें लोगों को आम यूजर के मुकाबले बेहतर सर्विस मिलेगी.