जानिए किस कंपनी ने बनाया है ChatGPT? गूगल की उड़ा रखी है नींद
चैट जीपीटी दुनियाभर में इस वक्त सुर्खियों में है. इसकी पापुलैरिटी का आलम ये है कि कई बार तो वेबसाइट क्रैश हो जा रही है. आज जानिए कि आखिर चैट जीपीटी को किस कंपनी ने बनाया है और ये कैसे काम करता है.
ChatGPT: टेक्नोलॉजी किस कदर तेजी से बदल रही है उसका जीता जागता उदाहरण पिछले साल लॉन्च हुआ 'चैट जीपीटी' है. दरअसल, चैट जीपीटी ने इस वक्त दुनिया भर में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सनसनी मचाई हुई है,यहां तक कि टेक जाइंट गूगल की तो मानो नींद सी उड़ गई है. ये चैटबॉट इतना सक्षम है कि ये लोगों के किसी भी सवाल का जवाब सेकंड्स में, उनकी भाषा और सरल शब्दों में दे रहा है. आज जानिए की आखिर दुनिया भर में सनसनी मचाए हुए चैट जीपीटी को आखिर किस कंपनी ने बनाया है.
इस कंपनी ने बनाया है chatGPT
चैट जीपीटी की फुल फॉर्म जेनरेटिव प्रिट्रेंड ट्रांसफार्मर है. चैट जीपीटी को ओपन एआई (OpenAI) ने बनाया है. ये कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर रिसर्च करती है. इस कंपनी की शुरुआत 2015 में एलन मस्क और सैम अल्टमैन ने मिलकर की थी. उस वक्त ये कंपनी non-profit ऑर्गेनाइजेशन थी. लेकिन बाद में इसे माइक्रोसॉफ्ट का सपोर्ट मिला और ये प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन में बदल गई. एलन मस्क ने ओपन एआई से 2018 में इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद 2019 में माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में 83 हजार करोड़ का निवेश किया था. इस समय openAI की वैल्यूएशन 20 बिलीयन डॉलर के करीब है. ओपन एआई का हेड क्वार्टर सैन फ्रांसिस्को में है.
गूगल के लिए क्यों मुसीबत बना है ये चैटबॉट
OpenAI का चैटबॉट गूगल के लिए मुसीबत इसलिए बना हुआ है क्योंकि ये गूगल की तरह आपको कुछ सर्च करने पर बहुत सारे लिंक या विकल्प नहीं देता बल्कि सेकेंड्स में सटीक और सरल जवाब दे देता है. क्योंकि गूगल कई सारे लिंक दिखाता है इस वजह से कई बार आदमी को डिटेल रिसर्च करनी पड़ती है और फिर जाकर एक नतीजे पर वह पहुंचता है. लेकिन चैट जीपीटी गूगल से ज्यादा एडवांस है इसलिए ये सटीक और सरल जवाब सीधे आपको देता है जिससे आप कम समय में संतुष्ट हो जाते हैं. ऐसे में गूगल के सर्च बिजनेस पर भयंकर आपदा आने वाली है.
Google may be only a year or two away from total disruption. AI will eliminate the Search Engine Result Page, which is where they make most of their money.
— Paul Buchheit (@paultoo) December 1, 2022
Even if they catch up on AI, they can't fully deploy it without destroying the most valuable part of their business! https://t.co/jtq25LXdkj
बता दें, जीमेल बनाने वाले पॉल बुचेट ने बीते 2 दिसंबर को एक ट्वीट में कहा कि चैट जीपीटी के आने से अगले 2 सालों में गूगल खत्म हो जाएगा. ये एआई चैटबॉट गूगल के सर्च इंजन के रिजल्ट पेज को एक तरीके से समाप्त कर देगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यदि गूगल खुद अपना AI लाता है तो भी उसके बिजनेस का ज्यादातर हिस्सा खत्म हो चुका होगा.
डिस्क्लेमर! OpenAI के ChatGPT पर सवाल पूछने के बाद जो भी जवाब/प्रतिक्रिया आई हैं, हमने उनका खबर में हूबहू प्रयोग किया है. हम ChatGPT द्वारा दिए गए जबावों या उनके प्रभावों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं.
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