खुद होमवर्क किया है या लिया है ChatGPT का सहारा...अब ये बात GPTZero बताएगा
बच्चों ने होमवर्क खुद से लिखा है या इसके लिए चैट जीपीटी का सहारा लिया है, ये जानने के लिए एक बच्चे ने नया ऐप बनाया है. इसका नाम जीपीटी जीरो है.
GPTZero: इंटरनेट से अगर आप जुड़े रहते हैं तो आपने हाल फिलहाल में चैट जीपीटी नाम का वर्ड जरूर सुना होगा. दरअसल, चैट जीपीटी का चैट बॉट काफी सुर्खियों में है और माना जा रहा है कि ये सर्च इंजन गूगल को टक्कर दे सकता है. ओपन AI का ये चैट बॉट अन्य सर्च इंजन की तुलना में काफी अलग है क्योंकि ये लोगों की भाषा को आसानी से समझ लेता है और उन्हें सेकंड्स में जवाब खोज कर देता है.
बच्चों का होमवर्क करना हो, यूपीएससी का कोई कठिन सवाल हो या डेट पर क्या पहनना है ये जानना हो, ये सभी सवालो के जवाब चैट बॉट आसानी से दे सकता है. हाल ही में एक खबर सामने आई थी कि चैट बॉट को अमेरिका के एक शहर ने बैन कर दिया है. चैट बॉट पर न्यू यॉर्क सिटी डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन द्वारा बैन लगा दिया गया था क्योंकि एजुकेशन बोर्ड को ये डर था कि ये चैट बॉट बच्चों के भविष्य को खराब कर सकता है.
I spent New Years building GPTZero — an app that can quickly and efficiently detect whether an essay is ChatGPT or human written
— Edward Tian (@edward_the6) January 3, 2023
here's a quick demo with john mcphee's "frame of reference" pic.twitter.com/WphxfxxFdr
— Edward Tian (@edward_the6) January 3, 2023
सामने आया chatGPT का भी बाप
इस बीच प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने ऐसा ऐप बनाया है जो ये डिटेक्ट कर लेगा कि बच्चे ने होमवर्क खुद से किया है या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल चैट जीपीटी की सहायता ली है. इस ऐप को 22 साल के Edward Tian ने बनाया है जिसकी जानकारी उन्होंने ट्विटर के माध्यम से शेयर की है. इस ऐप को उन्होंने जीपीटी जीरो (GPTZero) नाम दिया है. छात्र प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करता है. छात्र ने जो ऐप बनाया है वह फिलहाल बीटा वर्जन में है.
ट्वीट में Edward Tian ने लिखा कि चैट जीपीटी को लेकर हर तरफ चर्चा चल रही है. तो ऐसे में हमें जानना चाहिए कि क्या कंटेंट सचमुच AI द्वारा लिखा गया है या इंसानों द्वारा.
इतने लोगों ने किया यूज
Edward Tian ने ऐप को 2 जनवरी को जारी किया था जिसके बाद 1 हफ्ते के अंदर 30,000 से ज्यादा लोगों ने इसका इस्तेमाल किया. ये ऐप इतना पॉपुलर हुआ कि ये क्रैश हो गया जिसके बाद जीपीटी जीरो को होस्ट करने वाले प्लेटफार्म स्ट्रीमलिट ने इसके लिए मेमोरी और अन्य संसाधनों का इंतेजाम किया. बता दें, ओपन AI का चैट बॉट इस वक्त काफी सुर्खियों में है जिससे लोग मन चाहा काम करवा रहे हैं. कुछ इसकी मदद से कोडिंग कर रहे हैं तो कुछ होमवर्क.
डिस्क्लेमर! OpenAI के ChatGPT पर सवाल पूछने के बाद जो भी जवाब/प्रतिक्रिया आई हैं, हमने उनका खबर में हूबहू प्रयोग किया है. हम ChatGPT द्वारा दिए गए जबावों या उनके प्रभावों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं.
यह भी पढ़ें: वॉट्सऐप में आ रहा नया फीचर, अब फोटो-GIF या वीडियो... कुछ भी फॉरवर्ड करने पर दिखेगा ये खास मैसेज