Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के नाम पर हो रहा साइबर क्राइम, भूलकर भी ना करें ये काम
Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्धघाटन और प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होने वाला है. ऐसे में कुछ साइबर क्रिमिनल्स ने व्हाट्सऐप स्कैम करना शुरू कर दिया है.
Ram Mandir Pran Prtishtha: आजकल भारत समेत पूरी दुनिया में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की चर्चा हो रही है. भगवान राम के जन्म स्थान अयोध्या में बने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन 22 जनवरी 2024 को होने वाला है. इस विशाल समारोह में देशभर के कई खास लोग भाग लेने वाले हैं, जिनमें प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री, कई राज्यों के मु्ख्यमंत्री, बॉलीवुड के सुपरस्टार, क्रिकेटर्स और अन्य खेलों के खिलाड़ी भी शामिल हैं.
राम मंदिर के नाम पर साइबर क्राइम
ऐसे में देशभर के कई आमलोग भी है, जो भगवान राम के लिए बने इस ऐतिहासिक मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखना चाहते हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता है कि इस आयोजन में कैसे भाग लें. इसका फायदा साइबर क्रिमिनल्स ने उठाना शुरू कर दिया है.
साइबर क्राइम करने वाले फ्रॉड लोग अलग-अलग तरीकों से लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का मौका ढूंढते रहते हैं, और राम मंदिर के जरिए उन्हें एक खास मौका मिल गया है. राम मंदिर से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है, और इसी बात का फायदा साइबर क्रिमिनल्स उठा रहे हैं.
वीआईपी एंट्री का झांसा देकर फंसा रहे लोग
दरअसल, इस बार ये लोग आम लोगों और राम भक्त को अयोध्या के राम मंदिर में होने वाले कार्यक्रम में जाने के लिए फ्री वीआईपी एंट्री का दावा कर रहे हैं, जो बिल्कुल गलत है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साइबर क्रिमिनल्स लोगों को व्हाट्सऐप पर एक मैसेज भेजते हैं, जिसमें लिखा होता है कि उन्हें 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन पर जाने के लिए वीआईपी एक्सेस दिया जा रहा है, और आप इस ऐप को डाउनलोड करके वाआईपी पास डाउनलोड कर सकते हैं.
इस मैसेज के साथ यूजर्स को एपीके फाइल डाउनलोड करने के लिए कहा जा रहा है. टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि ये एपीके फाइल्स स्पाइवेयर या मालवेयर जैसी चीजों से लैस हो सकती है, और ये लोगों की प्राइवेसी यानी निजी डेटा को नुकसान पहुंचा सकती है.
यूजर्स की प्राइवेसी पर खतरा
ऐसे लिंक के जरिए साइबर क्राइम करने वाले लोग आपके मोबाइल का पूरा निजी डेटा जैसे बैंक अकाउंट डिटेल्स, कॉन्टैक्ट नंबर्स, पासवर्ड जैसी चीजों का एक्सेस ले सकते हैं, और फिर आपके साथ लाखों-करोड़ों रुपये की ठगी कर सकते हैं. इसके अलावा आपको बता दें कि भारत सरकार या राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से ऐसा कोई मैसेज नहीं भेजा जा रहा है, जिसमें लोगों को कोई ऐप डाउनलोड करने के बदले राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए वीआईपी एंट्री का पास दिया जाए.