सोशल नेटवर्किंग के दिग्गज प्लेटफॉर्म ट्विटर पर हुए साइबर हमले ने कंपनी को सकते में डाल दिया है. कंपनी इसकी जांच में जुटी है और जांच के बाद जो शुरुआती जानकारी कंपनी ने साझा की है, वो परेशान करने वाली है. यही कारण है कि आईटी विशेषज्ञ मान रहे हैं ये अकेला मामला नहीं है और आने वाले वक्त में ऐसी घटनाएं होने की आशंका है. विशेषज्ञों ने खास तौर पर थर्ड पार्टी एप्लिकेशनों के इस्तेमाल को लेकर यूजर्स को सावधान किया है.


हैकरों ने डाउनलोड किया यूजर्स का डेटा


हैकिंग के बाद से ही कंपनी लगातार जांच में जुटी है और इससे जुड़े अपडेट भी बता रही है और उसके मुताबिक हैकरों ने ‘कोऑर्डिनेटेड सोशल इंजीनियरिंग अटैक’ के जरिए कंपनी के ही कर्मचारियों को फंसाया और उनसे निजी जानकारी हासिल कर ट्विटर के इंटरनल सिस्टम में सेंध लगाकर ये हमला किया.


कंपनी ने साथ ही बताया था कि हैकरों ने कुल 8 ट्विटर अकाउंटों का डेटा भी चुरा लिया था, जो इस सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के ‘Your Twitter Data’ टूल के जरिए हासिल किया.


विशेषज्ञ बताते हैं कि इस डेटा को हासिल करने का मतलब ये है कि हैकरों ने उस ट्विटर यूजर के अकाउंट की गतिविधि को पूरी तरह से हासिल कर लिया. इसमें डाइरेक्ट मैसेज (डीएम) तक पहुंच जैसी संवेदनशील जानकारी भी शामिल है.


वर्क फ्रॉम होम के कारण आईटी ढ़ांचे की सुरक्षा में लापरवाही


विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में ऐसी घटनाएं बाकी प्लेटफॉर्म में भी हो सकती हैं, क्योंकि मौजूदा हालात में ज्यादा से ज्यादा कंपनियों में घर से ही कर्मचारी अपना काम कर रहे हैं और ऐसे में कंपनी के आईटी ढांचे की सुरक्षा में कई बार ढ़ील दिखने लगती है, इसलिए कंपनियों को नियमित तौर पर अपनी आईटी सिक्योरिटी का ऑडिट करते रहना चाहिए.


कर्मचारियों को ट्रेनिंग और नियमित 2FA चेक जरूरी


ट्विटर ने इस हैकिंग की जांच में बताया था कि हैकर्स ने उसके ‘टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन’ (2FA) जैसी सुरक्षा दीवार को भी भेद दिया था, इसलिए साइबर एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि कंपनियों को अपने कर्मचारियों को नियमित ट्रेनिंग देनी चाहिए. साथ ही सभी यूजर्स को 2FA चेक और पासवर्ड बदलने जैसी सुरक्षा प्रक्रियाओं को नियमित तौर पर करना चाहिए.


इसके अलावा थर्ड पार्टी एप के इस्तेमाल को लेकर भी सतर्कता की सलाह दी जा रही है. विशेषज्ञ बताते हैं कि किसी भी थर्ड पार्टी में एप में अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए लॉगइन करते हैं. ऐसा करते हुए यूजर्स को पहले देखना चाहिए कि वो एप कितनी भरोसेमंद है और उसके बाद ही इसमें लॉगइन करना चाहिए.


बीती 15 जुलाई को दुनिया में उस वक्त तहलका मच गया जब पता चला कि हैकरों ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, राष्ट्रपति पद के मौजूदा उम्मीदवार जो बाइडेन, समेत बिल गेट्स, वारेन बफेट, जेफ बेजोस जैसे दुनिया के सबसे रईस और ताकतवर लोगों के ट्विटर अकाउंट में सेंध लगा दी थी. इसके बाद कंपनी ने किसी तरह वापस इन अकाउंट्स पर कब्जा पाया और मामले की जांच में जुटी है.

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