Cyber Fraud: जानिए किस नए भेष में आ रहे हैं साइबर चोर, आपके खाते को सुरक्षित रखने के ये हैं तरीके
Cyber Fraud: साइबर धोखेबाज न जाने किस भेष में आपके सामने टकरा जाएं. ऐसे लोग आवश्यक सेवाओं की पेशकश करके गोपनीय क्रेडेंशियल की मांग कर रहे हैं. इस तरीके के फ्रॉड से बचने के लिए तुरंत आपनाएं ये उपाय.
Cyber Fraud: ऑनलाइन लेनदेन में बढ़त के साथ ही साइबर जालसाज ज्यादा शातिर भी होते जा रहे हैं और आपके बैंक खाते से पैसे चुराने के नए तरीके खोल रहे हैं. ये लोग आपकी गोपनीय जानकारी चुराने के लिए वे आपके केवाईसी (KYC) डिटेल को अपडेट करने का नाटक करके या फिर से केवाईसी का सुझाव देकर, नौकरी की पेशकश करके, आपके खाते को ब्लॉक करने की धमकी देकर या आपात स्थिति के बारे में बात करके आपको समझाने की कोशिश करेंगे.
फ्रॉड के नए-नए तरीके
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक ऐसे लोग बैंकर, बीमा एजेंट, स्वास्थ्य सेवा या दूरसंचार कर्मचारी और सरकारी अधिकारी बनकर ग्राहकों से संपर्क कर रहे हैं. इन लोगों ने ग्राहकों पर खाता ब्लॉक करने, इमरजेंसी, क्रिटिकल मेडिकल केयर प्रोडक्ट की आपूर्ति की कमी और अन्य खतरों का हवाला देते हुए तत्काल जानकारी साझा करने का दबाव डाला. वे इन क्रेडेंशियल्स का उपयोग ग्राहकों को धोखा देने के लिए करते हैं. धोखेबाज लोग गोपनीय जानकारी तक पहुंच प्राप्त करने के लिए और आपके फोन को नियंत्रित करने के लिए असत्यापित मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए भी मनाएंगे.
इन धोखाधड़ी से खुद को बचाने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं-
कभी न करें ये काम
याद रखें कि ग्राहकों को अपने बैंक खाते में पैसे प्राप्त करने के लिए पिन या OTP के जरिए ऑथेंटिकेट करने की जरूरत नहीं है. OTP/PIN साझा करने के लिए ऐसा कोई अनुरोध प्राप्त होने पर आपको तुरंत अलार्म बजाना चाहिए. साथ ही याद रखें कि आपका बैंक या कोई अन्य संस्थान कभी भी कोई गोपनीय जानकारी नहीं मांगता है.
अनजान लिंक्स को क्लिक न करें
अगर आप पहले कभी न देखे गए ऑफर का वादा करने वाले बिना जाने पहचाने इंटरनेट लिंक पर क्लिक करते हैं तो आप फिशिंग वेबसाइटों पर चल जाएंगे, जो आपको धोखाधड़ी के जोखिम में डाल सकती है.
सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट से नंबर लें
जालसाज अक्सर ग्राहकों को गलत कस्टमर केयर नंबर देते हैं और उन्हें यह विश्वास दिलाने के लिए धोखा देते हैं कि वे अपने बैंक या बीमा कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि से ही बात कर रहे हैं. बैंक या बीमा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इन संपर्क नंबरों को दोबारा जांच लेना ही ठीक रहता है.
अनजान पोर्टल पर भुगतान न करें
जालसाज पंजीकरण के दौरान अपने बैंक खाते का विवरण, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि साझा करने वाले ग्राहकों को ठगने के लिए फर्जी नौकरियों से जुड़े पोर्टल का उपयोग करते हैं. ऐसे पोर्टल्स से सावधान रहें और इन प्लेटफॉर्म्स पर अपनी सुरक्षित क्रेडेंशियल साझा करने से बचें.
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