नई दिल्ली: देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने बुधवार को कहा कि इंटरनेट यूजर्स को गूगल क्रोम के एक्सटेंशन को इन्स्टॉल करते वक्त सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि कपंनी ने 100 से अधिक ऐसे लिंक हटाए हैं जो यूजर्स के संवेदनशील डेटा को इकट्ठा कर रहे थे.


भारत के साइबर स्पेस की रक्षा करने वाली और साइबर हमलों से मुकाबला करने वाली एजेंसी 'द कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ऑफ इंडिया ' (सीईआरटी-इन) ने कहा कि उसने यह भी पाया कि इन एक्सटेंशन में ऐसे कोड्स थे, जिनकी मदद से इन्हें गूगल क्रोम के वेब स्टोर की सुरक्षा जांच से छिपाया जा सकता था.


गोपनीय सूचना हासिल करने की थी क्षमता


उसने कहा कि प्राइवेसी को खतरे में डालने वाले इन लिंक्स में स्क्रीनशॉट लेने, क्लिपबोर्ड को पढ़ने, यूजर्स के पासवर्ड को पढ़ने के अलाव दूसरी गोपनीय सूचना हासिल करने की क्षमता थी. एजेंसी ने सलाह देते हुए कहा, "जानकारी मिली है कि गूगल ने क्रोम वेब स्टोर से गूगल क्रोम ब्राउजर के ऐसे 106 एक्सटेंशन हटा दिए हैं जो यूजर्स के संवेदनशील डेटा को इकट्ठा कर रहे थे."


अनइंस्टॉल करने का दिया सुझाव


एजेंसी ने कहा, "ये एक्सेटेंशन यूजर्स के वेब सर्च के रिजल्ट बेहतर करने, फाइलों को एक फॉरमेट से दूसरे में बदलने जैसे टूल के रूप में दिए जा रहे थे और कुछ एक्सटेंशन सुरक्षा जांच के रूप में काम कर रहे थे" फैडरल साइबर सुरक्षा एजेंसी ने यूजर्स को गूगल क्रोम एक्सटेंशंस को हटाने (अनइन्स्टॉल करने) का सुझाव दिया है.


सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि यूजर क्रोम एक्सटेंशंस पेज पर जा सकते हैं और डेवलेपर मोड को चालू करके यह देख सकते हैं कि कोई खतरे वाला एक्सटेंशन तो उनके पास इन्स्टॉल नहीं है और फिर उसे अपने ब्राउजर्स से हटा सकते हैं.


'गैर जरूरी एक्सटेंशन कर दें अनइंस्टॉल'


एजेंसी ने इंटरनेट यूजर्स को केवल वे एक्सटेंशंस इन्स्टॉल करने की सलाह दी है, जिनकी बेहद जरूरत है और ऐसा करने से पहले यूजर्स की प्रतिक्रियाएं देखने के लिए कहा है. सुरक्षा एजेंसी कहा कि ऐसे एक्सटेंशंस अनइन्स्टॉल कर दें जिनकी जरूरत नहीं है. साथ ही अपुष्ट स्रोतों से एक्सटेंशंस इन्स्टॉल न करें.


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