AI से बेरोजगारी बढ़ने का खतरा? सवाल पर क्या बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
Nirmala Sitharaman: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एआई के बढ़ते चलन से नौकरी के घटने यानी बेरोजगारी के बढ़ने की चिंता जताई की है.
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Budget 2024: भारत की मौजूदा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को 2024 का अंतरिम बजट पेश किया. इस साल लोकसभा चुनाव होने हैं, इसलिए यह एक अंतरिम बजट था. इस बजट को पेश करने के बाद वित्त मंत्री ने एक इंटरव्यू दिया और उसमें उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई के बारे में बात की. आइए हम आपको बताते हैं कि उन्होंने इसके बारे में क्या कहा.
AI से घटेगी नौकरियां?
हिंदूस्तान टाइम्स को दिए गए एक इंटरव्यू में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, "एआई को भी इंसानों की जरूरत है. वह अपने आप काम नहीं कर सकता. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता के कारण बेरोजगारी पैदा होने की आशंकाओं को दूर करने का आश्वासन देते हुए कहा कि एआई टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के लिए भी इंसानों की जरूरत पड़ती है."
एआई को भी इंसानों की जरूरत
उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर बात करते हुए आगे कहा कि, "एआई जैसे बेहद बेहतरीन टेक्नोलॉजी और उससे चलने वाली इंडस्ट्री में निवेश करने से नौकरी के अवसरों में कमी आ सकती है, लेकिन आपको बेरोजगारी के मसले पर ध्यान देना होगा, इसमें कोई संदेह नहीं है. लेकिन क्या आपको लगा है कि नौकरियां सिर्फ वही है? एआई को भी मानवीय हस्तक्षेप की भी आवश्यकता है. यह अपने-आप चलने वाला नहीं है."
नौकरी के विषय पर ध्यान देने की जरूरत
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि, "हमें निवेश की जरूरत है और अगर वे नौकरियां पैदा करते हैं तो यह अच्छा है. भले ही निवेश सीधे तौर पर कई नौकरियां नहीं लाता है, लेकिन किसी क्षेत्र में व्यवसाय होने से अन्य नौकरियां पैदा हो सकती हैं." उन्होंने आगे कहा कि, “यह एक स्तरित बहस है. आप निवेश चाहते हैं, आप नौकरियाँ चाहते हैं, और फिर आप अच्छी नौकरियां चाहते हैं, और फिर आप रिवॉर्डिंग और हाईली रिवॉर्डिंग नौकरियां चाहते हैं. ये कुछ ऐसी लेयर्स हैं, जिनपर ध्यान दिया जाना चाहिए."
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