(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
डेटा लीक को हल्के में न लें, इससे आपको ये 5 खतरनाक नुकसान हो सकते हैं!
अगर किसी की फाइनेंशियल डिटेल जैसे क्रेडिट कार्ड या बैंक डिटेल लीक हो जाती है, तो साइबर क्रिमिनल इस जानकारी का इस्तेमाल धोखाधड़ी से पैसे चोरी करने के लिए आवेदन करने के लिए कर सकते हैं.
Data Leak : आज के समय में आपका डेटा किसी सोने से कम नहीं है. इंटरनेट और डिजिटल युग के उदय के साथ, डेटा पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों तरह से हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लेकर ऑनलाइन बैंकिंग तक, सब हमारे डेटा से ही चल रहा है. हालांकि, पिछले कई सालों से डेटा लीक होने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. डेटा लीक तब होता है जब अनअथोटाइज्ड पार्टियों के हाथ सेंसिटिव या गोपनीय डिटेल लग जाती है. इस आर्टिकल में हमने बताया है कि डेटा लीक का आम जनता की जिंदगी पर क्या प्रभाव पड़ सकता है.
फाइनेंशियल नुकसान
डेटा लीक होने से लोगों और ऑर्गेनाइजेशन को फाइनेंशियल नुकसान हो सकता है. उदाहरण के लिए, अगर किसी शख्स की फाइनेंशियल डिटेल जैसे क्रेडिट कार्ड या बैंक डिटेल लीक हो जाती है, तो साइबर क्रिमिनल इस जानकारी का इस्तेमाल धोखाधड़ी से पैसे चोरी करने, खरीदारी करने या लोन के लिए आवेदन करने के लिए कर सकते हैं.
पहचान
पहचान या आइडेंटिटी की चोरी होना डेटा लीक में सबसे कॉमन है. इससे साइबर अपराधी लीक हुए डेटा का इस्तेमाल गलत पहचान बनाने के लिए कर सकते हैं और उनका इस्तेमाल अवैध कामों जैसे बैंक खाते खोलने, लोन के लिए आवेदन करने या अपराध करने के लिए कर सकते हैं. इससे आम जनता को काफी नुकसान हो सकता है, जिसमे किसी आम नागरिक को पैसों के नुकसान के साथ जेल भी जाना पड़ सकता है.
साइबर स्टॉकिंग
डेटा लीक से साइबरस्टॉकिंग भी हो सकती है, जिसका इस्तेमाल ऑनलाइन किसी व्यक्ति को परेशान करने, डराने या धमकाने के लिए किया जा सकता है. साइबरस्टॉकर फोन नंबर, ईमेल या सोशल मीडिया अकाउंट जैसी लीक हुई जानकारी का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे आम जनता असुरक्षित और कमजोर महसूस कर सकती है.
पब्लिक में शर्मिंदगी
अगर निजी जानकारी जैसे निजी मैसेज, फोटो या वीडियो लीक हो जाते हैं, तो इससे शर्मिंदगी का माहौल बन सकता है और किसी व्यक्ति की रेपुटेशन को नुकसान पहुंच सकता है. यह सिर्फ किसी इंसान नहीं बल्कि संगठन के साथ भी हो सकता है.
मेडिकल आइडेंटिटी की चोरी
आज के ज़माने में मेडिकल आइडेंटिटी की चोरी एक बढ़ती हुई चिंता है. साइबर अपराधी मेडिकल डिटेल जैसे बीमा, मेडिकल रिकॉर्ड और पर्सनल जानकारी की चोरी करते हैं, और इसका इस्तेमाल नुस्खे वाली दवाओं को प्राप्त करने कर सकते हैं. इससे पीड़ित को गंभीर नुकसान हो सकता है.
डेटा लीक चिंता का विषय है. ऐसे में, डेटा लीक से बचने के लिए जरूरी गाइडलाइंस का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि पर्सनल इन्फॉर्मेशन ऑनलाइन साझा न करें और स्ट्रॉन्ग पासवर्ड का इस्तेमाल करें आदि.
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