DeepSeek ने अरुणाचल के सवाल पर खड़े कर दिए हाथ, दिया ऐसा जवाब, यूजर्स रह गए हैरान
अमेरिकी स्टार्टअप DeepSeek इन दिनों टेक जगत में छाया हुआ है. इसके किफायती AI मॉडल ने तहलका मचा दिया है. हालांकि, इस पर कई यूजर्स ने जानकारी सेंसर करने के भी आरोप लगाए हैं.
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चीनी स्टार्टअप DeepSeek के AI मॉडल की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है. दरअसल, कम लागत में बने इस मॉडल ने अमेरिकी कंपनियों के महंगे मॉडल्स को पीछे छोड़ दिया है. एक तरफ चीनी मॉडल अपनी कम लागत के कारण सुर्खियों में हैं, वहीं इस पर जानकारी को सेंसर करने के भी आरोप लग रहे हैं. चीनी की आलोचना समेत कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब देने में यह हाथ खड़े कर रहा है. अरुणाचल प्रदेश से जुड़ा भी एक ऐसा सवाल है, जिसका जवाब DeepSeek के AI मॉडल के पास नहीं है.
अरुणाचल प्रदेश के सवाल पर दिया यह जवाब
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने स्क्रीनशॉट शेयर किया है. इसमें दिख रहा है कि जब यूजर ने DeepSeek के AI मॉडल को बताया कि अरुणाचल प्रदेश भारत का एक राज्य है तो इसके जवाब में DeepSeek ने कहा, 'माफ करें, यह फिलहाल मेरे दायरे से बाहर है. कुछ और बात करते हैं.' यही जवाब उसने भारत के पूर्वोत्तर में स्थित राज्यों के नाम पूछने पर दिया. कई यूजर्स ने यह भी बताया है कि यह चैटबॉट 1989 की तियानमेन स्क्वेयर की घटना जैसे टॉपिक्स पर कोई जानकारी नहीं देता. कई बार यह ऐसे जवाब देता है, जो चीनी सरकार के प्रोपेगैंडा से प्रभावित होते हैं.
CCP machine exposed 🤣 https://t.co/DlmofSXQUP pic.twitter.com/TAggpM8L87
— ur rental friend☆ ragebait machine (@sxchidxnxnd) January 27, 2025
चीन में है कंपनी के सर्वर
DeepSeek के सर्वर चीन में स्थित हैं, जिससे इस पर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, चीन में कड़े साइबर सिक्योरिटी कानून हैं. इनके तहत कंपनियों को सरकार के साथ डेटा शेयर करना पड़ सकता है, जिससे सरकारी सर्विलांस की आशंका बढ़ जाती है. इसे देखते हुए कई देशों की सरकारें चीनी ऐप्स को बैन कर चुकी हैं. भारत में टिकटॉक समेत कई चीनी ऐप्स को ब्लॉक किया जा चुका है. वहीं अमेरिका ने भी टिकटॉक पर अपने यूजर्स का डेटा चीन के साथ शेयर करने का आरोप लगाया था. इसके चलते अब टिकटॉक को अमेरिकी कंपनी को बेचने की तैयारी चल रही है.
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