चीनी स्टार्टअप DeepSeek का AI चैटबॉट इन दिनों सुर्खियों में है. अमेरिका में यह आईफोन पर सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाली ऐप्स की लिस्ट में सबसे ऊपर पहुंच गया था. अब पता चला है कि DeepSeek की आईफोन ऐप में कई बड़ी कमियां हैं, जो यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकती हैं. एक मोबाइल सिक्योरिटी कंपनी ने इनका पता लगाया है. ये पहले सामने आ चुकीं खामियों से अधिक गंभीर हैं. आइए पूरी खबर जानते हैं.


DeepSeek की आईफोन ऐप में मिली ये खामियां


NowSecure नामक एक मोबाइल सिक्योरिटी कंपनी ने बताया कि DeepSeek ने अपनी iOS ऐप में ATS (ऐप ट्रांसपोर्ट सिक्योरिटी) को डिसेबल किया हुआ है. यह Apple का बिल्ट-इन सिस्टम होता है, जो सेंसेटिव और पर्सनल डेटा को प्रोटेक्ट करता है. यह सुनिश्चित करता है कि यह डेटा केवल एनक्रिप्टेड चैनल पर ही ट्रांसमीट किया जाए. अब चूंकि DeepSeek ने इसे डिसेबल किया हुआ है तो यह ऐप यूजर्स का डेटा इंटरनेट पर बाकी जगहों पर भेज सकती है. इससे यूजर्स की पहचान उजागर होने का खतरा बढ़ जाता है.


इसके अलावा DeepSeek एनक्रिप्शन के लिए पुराने तरीके का इस्तेमाल कर रही है, जिसमें कई कमियां सामने आ चुकी हैं. NowSecure का यह भी कहना है कि DeepSeek जिस तरह से यूजर्स का डेटा इकट्ठा कर रही है, उससे जासूसी के लिए आईफोन को टारगेट करना आसान हो जाता है. बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब चीनी स्टार्टअप पर इस तरह के आरोप लगे हैं. पहले भी डेटा सिक्योरिटी को लेकर कई चिंताएं सामने आ चुकी है.


चीनी सरकार के पास जाता है यूजर्स डेटा


हाल ही में रिसर्चर ने पता लगाया था कि DeepSeek में इस तरह से प्रोग्रामिंग की गई है, जो यूजर्स का डेटा चीनी सरकार के नियंत्रण वाली कंपनी China Mobile को भेज देती है. इससे सर्विलांस का खतरा बढ़ता है. डेटा सिक्योरिटी पर चिंता जताते हुए कई देशों ने DeepSeek पर बैन लगा दिया है.


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