UPI Scam: स्कैमर ने जर्नलिस्ट के खाते से उड़ाए 40,000 रुपये, इस तरह पढ़ें-लिखें लोगों को चूना लगा रहे ठग
UPI Scam: दिल्ली के रहने वाले एक फ्रीलांस जर्नलिस्ट रमेश कुमार राजा को हाल ही में 40,000 रुपये का नुकसान हुआ है. एक ठग ने उन्हें UPI के जरिए अपना शिकार बनाया है.
Cyber crime: साइबर क्राइम लगातार भारत में बढ़ रहा है. चेक पॉइंट रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 की पहली तिमाही में वीकली साइबर क्राइम 18% बढ़ा है. साइबर क्रिमिनल्स अलग-अलग तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. हैरानी की बात ये है कि पढ़े-लिखे लोग भी उनके झांसे में आसानी से आ जा रहे हैं. इस बीच ये खबर सामने आ रही है कि दिल्ली के लिए एक फ्रीलांस जर्नलिस्ट को स्कैमर ने 40,000 रुपयों का चूना लगाया है.
इस तरह उड़ाए पैसे
दरअसल, रमेश कुमार राजा एक फ्रीलांस जर्नलिस्ट हैं जो दिल्ली के रहने वाले हैं. हुआ ये कि उन्हें एक अननोन नंबर से कॉल आया जिसमें सामने वाले व्यक्ति ने उन्हें अपना दोस्त बताया और रमेश को हिप्नोटाइज करते हुए अकाउंट से 40,000 रुपये दो अलग-अलग ट्रांजैक्शन कर उड़ा लिए. रमेश ने बताया कि स्कैमर ने उन्हें अपना दोस्त बताया और कहां की वह कुछ पैसे मेरे अकाउंट में भेजना चाहता है जिसे वह बाद में ले लेगा. शुरुआत में स्कैमर ने जर्नलिस्ट से
उनके फैमिली, हेल्थ आदि के बारे में पूछा और विश्वास कायम किया. रमेश को लगा कि ये कोई जानने वाला व्यक्ति ही है और वह स्कैमर की बातों में आ गया.
शुरुआत में रमेश ने 2 रुपये स्कैमर को ट्रांसफर किए जिसके बाद स्कैमर ने जर्नलिस्ट को दो मैसेज भेजें जिसमें पिन डालने के लिए कहा गया. रमेश के पिन डालते ही उनके अकाउंट से 20,000 रुपये दो अलग-अलग ट्रांसक्शन के तहत कट गए. जब रमेश को लगा कि वह स्कैम का शिकार हो गए हैं तो उन्होंने फौरन कॉल को काट दिया और पुलिस स्टेशन जाकर एफआईआर दर्ज करवाई.
इस तरह हो रहा फ्रॉड
आजकल स्कैमर लोगों से शुरुआत में कुछ पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाते हैं. इसके बाद वह लोगों से पैसे रिक्वेस्ट करते हैं और एक अमाउंट डालकर ये नोटिफिकेश सामने वाले व्यक्ति के नंबर पर आता है. क्योकि व्यक्ति पहले उस नंबर पर पैसे ट्रांसफर कर चुका होता है इसलिए अलर्ट नहीं आता. जैसे ही व्यक्ति अपना पिन नोटफिकेशन रिक्वेस्ट में डालता है तो तुरंत बैंक से पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं. इसके अलावा साइबर क्रिमिनल आजकल लोगों के करीबी बनकर उन्हें अपने जाल में फंसा रहे हैं. इसलिए जरूरी है कि आप किसी भी अनजान व्यक्ति की कॉल या किसी भी बात पर भरोसा न करें और पूरा वेरिफिकेशन करने के बाद ही कोई कदम उठाएं. जब भी लेनदेन से जुड़ी बात आए तो समझ जाएं कि ये किसी स्कैम से जुड़ा हो सकता है और फोन कॉल को फौरन काट दें और नंबर को रिपोर्ट भी करें.
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