डिलीवरी मैन ने बड़े शातिर तरीके से चुराए 10 आईफोन... फिर ऐसे आई बात पकड़ में
एक डिलीवरी मैन ने आईफोन और एयरपॉड्स वाले पार्सल से 10 आईफोन चोरी कर लिए और उन्हें नकली फोन से बदल दिया. आइए जानते हैं फिर इस बात का खुलासा कैसे हुआ?
iPhone: आईफोन या एपल डिवाइसेज को लोग न केवल लेटेस्ट तकनीक की वजह से पसंद करते हैं, बल्कि आज के दौर में यह ब्रांड एक स्टेट्स सिंबल बन चुका है. यही कारण है कि एपल के प्रोडक्ट हमेशा हाई डिमांड मे रहते है. आईफोन और एपल गैजेट्स के साथ एक समस्या यह भी है कि चोरों की इनपर पैनी नजर रहती है. उनके मन में इन्हे चोरी करके ब्लैक मार्केट में बेचकर जल्दी पैसा बनाने का लालच रहता है. हाल ही मे एक ऐसा मामला सामने आया है, जब एक डिलिवरी बॉय ने ही पार्सल से 10 आईफोन साफ कर दिए और उनकी जगह डुप्लीकेट आईफोन रख दिए.
कहां हुआ ये कारनामा?
मामला गुरुग्राम का हैं, जहां एक डिलीवरी मैन ने 10 आईफोन रास्ते में ही चोरी कर लिए और असली आईफोन की डुप्लीकेट आईफोन से अदला-बदली कर दी. रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम में एक ई-कॉमर्स फर्म के डिलीवरी एक्जीक्यूटिव ने 10 आईफोन चुरा लिए और उन्हें ग्राहक को डिलीवर करने से पहले ही रास्ते में डुप्लीकेट आईफोन से बदल दिया. बाद में Matrix Finance Solution के रवि ने थाना प्रभारी से एक शिकायत दर्ज की.
क्या था पूरा मामला
अपनी शिकायत में, रवि ने आरोप लगाया कि 27 मार्च को ललित नाम के एक डिलीवरी एक्जीक्यूटिव को 10 आईफोन और एयरपॉड्स वाला एक पार्सल एक ग्राहक को डिलीवर करने के लिए दिया गया था. ललित ने पार्सल देने के बजाय आईफोन को डुप्लीकेट से बदल दिया और यह दावा करते हुए कि ग्राहक से संपर्क नहीं किया जा सका, उसने अपने भाई मनोज से उन्हें कंपनी को वापस करने के लिए कहा. पार्सल वापस मिलने के बाद, डिलीवरी कंपनी को पैकेजिंग के साथ कुछ छेड़छाड़ होने का शक हुआ. जांच के लिए जब उन्होंने पैकेज खोला, तो उनके होश उड़ गए. क्योंकि, उसके अंदर नकली फोन थे.
फरार है आरोपी ललित
बाद में ललित के खिलाफ बिलासपुर थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 408 (कर्मचारी द्वारा आपराधिक विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज किया गया था. पुलिस मामले की जांच कर रही है और फिलहाल फरार आरोपी को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है.
ब्लैक मार्केट में है बढ़िया डिमांड
नकली आईफोन और आईफोन की चोरी आम बात हो गई है, लेकिन मजे की बात यह है कि चोर अब आमतौर पर पैसे या कीमती सामान के लिए बैंकों और आभूषणों की दुकानों को निशाना नहीं बनाते हैं. बल्कि, एपल के डिवाइस को निशाना बनाते है. क्योंकि ये गैजेट सोने के बराबर कीमती हो गए हैं और काले बाजार में हाई डिमांड में हैं.
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