Malware Alert : वेब ब्राउजिंग (Web Browsing) और इंटरनेट (Internet) से जुड़े दूसरे काम के लिए ब्राउजर (Browser) गूगल क्रोम (Google Chrome) का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है. कुछ भी सर्च (Search) करने के साथ ही जीमेल (Gmail) से लेकर अन्य दूसरे अकाउंट का लॉगिन (Login) भी हम यहीं करते हैं. इस दौरान टाइम और बार-बार टाइप करने की जटिलता से बचने के लिए यूजर्स अपना लॉगिन आईडी (Login Id) और पासवर्ड (Password) क्रोम में सेव कर देते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो अब सावधान होने की जरूरत है. दरअसल हाल ही में एक रिपोर्ट आई है, जिसके मुताबिक गूगल क्रोम (Chrome) पर लॉगिन पासवर्ड (Login Password) को सेव करना खतरनाक हो सकता है. यहां पासवर्ड के हैक (Password Hack) होने का खतरा अधिक है. इस संबंध में अलर्ट (Alert) भी जारी किया गया है.


किससे है खतरा


गूगल क्रोम में सेव पासवर्ड के हैक (Hack) होने के खतरे का पता सिक्योरिटी एक्सपर्ट कंपनी AhnLab की एक रिपोर्ट से हुआ है. इसमें कहा गया है कि Redline Stealer नाम का एक मैलवेयर (Malware) पिछले कुछ दिनों से एक्टिव है और यह गूगल (Google) क्रोम में सेव लॉगिन आईडी और पासवर्ड को चुराता है. इसके बाद हैकर्स (Hackers) आपकी पर्सनल और गोपनीय डिटेल लेकर आपको ब्लैकमेल (Blackmail) भी कर सकते हैं.


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इस तरह चला खतरे का पता


AhnLab ने अपनी रिपोर्ट में किया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी का एक स्टाफ वर्क फ्रॉम होम (Work From HOme) कर रहा था। वह एक ऐसे डिवाइस (Device) को यूज कर रहा था जिसे इसी कंपनी के कुछ अन्य कर्मचारी इस्तेमाल कर रहे थे. इनमें से सभी इस बात से अनजान थे कि उस डिवाइस में Redline Stealer नाम का एक मैलवेयर छिपा हुआ है. यह मैलवेयर कंपनी के वीपीएन (VPN) तक पहुंचकर महत्वपूर्ण जानकारियां और पासवर्ड चुरा रहा था.


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बहुत खतरनाक है यह मैलवेयर


इस रिपोर्ट में यूजर्स से गूगल क्रोम में अपना लॉगिन पासवर्ड सेव न करने की अपील भी कई गई है. कंपनी ने बताया है कि यह मैलवेयर (Dangerous Malware) इतना खतरनाक है कि इसे एंटीवायरस (AntiVirus) भी नहीं रोक पाते. बेशक आपने अपने डिवाइस में पहले से कोई एंटीवायरस ऐप (AntiVirus App) इंस्टॉल कर रखा हो, लेकिन यह मैलवेयर फिर भी आपके डिवाइस में घुस सकता है. इसलिए बेहतर है कि आप पासवर्ड सेव न करें.


इन बातों का रखें ध्यान



  • सबसे पहले तो पासवर्ड सेव करने की आदत छोड़ें.

  • अगर आपने ये आदत डाल भी रखी है तो समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें.

  • वेबसाइट से लेकर ऐप तक के इस्तेमाल में इस बात का ध्यान रखें कि ये आधिकारिक और विश्वसनीय हों.

  • मेल, मैसेज या व्हाट्सऐप पर आने वाले किसी अनजान लिंक को क्लिक न करें.

  • फोन या डिवाइस में गोपनीय और जरूरी जानकारी, पर्सनल डेटा और अन्य जरूरी फाइल को बिना प्रोटेक्शन के सेव करके न रखें.