Cyber Fraud होने के तुरंत बाद करें ये काम, ठगी से बच जाएंगे, उत्तराखंड में 40 लोगों को वापस मिला पैसा
साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच सतर्क रहना जरूरी है. ठगी के तुरंत बाद सक्रियता दिखाकर अपने पैसे ठगों की जेब में जाने से रोके जा सकते हैं. हरदोई में इस सक्रियता से 40 लोगों के पैसे वापस आए हैं.
आजकल साइबर ठगी के बहुत मामले सामने आ रहे हैं. इस तरह की ठगी में अकाउंट से निकला पैसा वापस पाना बहुत मुश्किल है, लेकिन थोड़ी सक्रियता काम आ सकती है. उत्तराखंड के हरदोई में पुलिस ने साइबर ठगी का शिकार हुए 40 लोगों का पैसा वापस करवा दिया है. दरअसल, ठगी के बाद के 30 मिनट बहुत महत्वपूर्ण हैं. इस दौरान कुछ कदम उठाकर पैसों को ठगों की जेब में जाने से रोका जा सकता है. आइये इन कदमों के बारे में जानते हैं.
साइबर ठगी होने के बाद क्या करें?
सबसे पहले ठगी की जानकारी अपने बैंक को दें. बैंक अकाउंट फ्रीज कर देगा, जिससे इसमें पैसे का लेनदेन रुक जाएगा. इसके अलावा बैंक से अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड ब्लॉक करवाएं. सबसे पहले यह काम करने के बाद साइबर पुलिस को मामले की जानकारी दें और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्ट पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवा दें. इसके साथ साइबर हेल्पलाइन 1930 पर फोन कर भी मदद मांगी जा सकती है.
तुरंत सक्रियता क्यों है जरूरी?
दरअसल, साइबर ठगी में पीड़ित के अकाउंट से ठग अपने अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करते हैं. अगर रकम ज्यादा होती है तो इसे कई बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करना पड़ता है. इस रकम को अकाउंट से निकालने में कुछ समय लग जाता है. इसी समय में सक्रियता दिखाकर अपने पैसे ठगों की जेब में जाने से रोके जा सकते हैं, लेकिन अगर एक बार ठगों ने पैसा अकाउंट से निकाल लिया तो इसे वापस पाना बहुत मुश्किल हो जाता है.
हरदोई में 40 लोगों का पैसा आया वापस
हरदोई के एपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि पुलिस की सक्रियता से ठगी के शिकार हुए 40 लोगों का 32 लाख रुपये से अधिक की पैसा वापस करवाया गया है. उन्होंने कहा कि जिले में बढ़ते साइबर क्राइम के मामलों को देखते हुए साइबर थाने की टीम को एक्टिव किया गया था. इसने 40 पीड़ितों का पैसा वापस करवा दिया है.
ये भी पढ़ें-
ChatGPT समेत किसी भी AI चैटबॉट से शेयर न करें ये बातें, बड़े नुकसान का खतरा, उड़ सकती है जमा-पूंजी