नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. इस महामारी से लाखों लोग ग्रस्त हैं और हजारों लोगों ने अब तक इससे अपनी जान गंवा दी हैं. इस सबके बीच यूके में इसको लेकर एक अलग मामला सामने आ रहा है. यूके में लोग वहां लगे 5G टावर में आग लगा रहे हैं.


दरअसल कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी खबरें सामने आईं कि 5G टेक्नॉलोजी की वजह से कोरोना वायरस फैल रहा है. इन खबरों में दावा किया गया कि चीन के वुहान में कोविड-19 इसलिए फैला क्योंकि वहां हाल ही में 5G नेटवर्क लगाए गए थे.


वहीं जैसे जैसे ये खबर फैलती गई लोगों को गुस्सा बढ़ता गया. इसके बाद यूके में लोगों ने 5G नेटवर्क के टावर्स को आग के हवाले कर दिया. इतना ही नहीं बल्कि 5G इंस्टॉलेशन के लिए केबल बिछाने वाले मजदूरों के साथ भी दुर्वव्यहार किया गया.


यूके में मोबाइल नेटवर्क से जुड़े चार उद्योग समूहों ने ग्राहकों को ओपन लेटर लिखा है. जिसमें उन्होंने इसको रोकने के लिए मदद मांगी है. उन्होंने कहा है, "इस मुश्किल घड़ी में आपकी मदद की जरूरत है. अगर आपको कोई गलत जानकारी देता है या आपके सामने हमारे किसी मजदूर को प्रताड़ित करता है तो आप इसकी रिपोर्ट करें या फिर हमें फोन करें. आपकी मदद से बहुत फर्क पड़ेगा."


वहीं यूके सरकार के डिजिटल, कल्चर, मीडिया व स्पोर्ट्स विभाग ने इस पर ट्वीट करके प्रतिक्रिया दी है. विभाग ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलने और 5जी टेक्नॉलजी के बीच किसी तरह के संबंध का कोई सबूत नहीं मिला है. इस दावे को इस बात से मजबूती मिलती है कि जापान, ईरान और भारत जैसे देशों में भी कोरोना वायरस फैला है जबकि यहां अभी तक 5G टेक्नोलॉजी की शुरुआत भी नहीं हुई है.


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