Smartphones e-Sim Service: अगर आपके पास ई-सिम है तो आपको फोन चोरी के डर से राहत मिल सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि ई-सिम वाले फोन को ट्रैक करना आसान होता है. साथ ही साथ  ई-सिम स्विच ऑफ होने के बाद भी एक्टिव रहता है. ऐसे में फोन के लोकेशन को ट्रैक करना आसान हो जाता है. अगर आपके पास भी ई-सिम है तो पुलिस उसे 30 मिनट के अंदर ट्रैक कर सकती है.  क्योंकि ई-सिम को फिजिकली रिमूव नहीं किया जा सकता है.


जानें स्मार्टफोन में क्यों नहीं दी जाती ई-सिम की सुविधा


ई-सिम को एक्सीडेंट सेंसिटिव एरिया जैसे रिफाइनरी की आईओटी डिवाइस में लगाया जाता है. इसकी मदद से सेंट्रल प्रोविजन सिस्टम से लाइव अलर्ट भेजा जा सकता है. ऐसे में सवाल है कि इतनी खूबियों के बावजूद आईफोन के अलावा अन्य फोन में ई-सिम क्यों नहीं दिया जाता है. इसका कनेक्शन चीन से है. दरअसल, चीन में ई-सिम उपकरण मौजूद नहीं है. ऐसे में उसे फोन में लगाने के लिए अलग से पार्ट मंगवाना होगा.


स्मार्टफोन ब्रांड में e-Sim की सुविधा नहीं


स्मार्टफोन ब्रांड में बजट फोन में ई-सिम की सुविधा नहीं मिलती है. न सुरक्षा चिंताओं की वजह से स्मार्टफोन में चीन ई-सिम की सुविधा को प्रमोट नहीं करता है. चीन को डर है कि ई-सिम को हटाया नहीं जा सकता है. चीन अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद संजीदा रहता है. इसलिए चाइनीज ब्रांडेड स्मार्टफोन में ई-सिम नहीं दिए जाते हैं. 


चीन में ई-सिम उपकरण मौजूद नहीं है. ऐसे में उसे फोन में लगाने के लिए अलग से पार्ट मंगवाना होगा. इससे स्मार्टफोन ब्रांड उपकरणों की सामग्री के बिल (बीओएम) की लागत बढ़ जाएगी. इसका मतलब है कि स्मार्टफोन की कीमत में इजाफा हो सकता है, जिससे स्मार्टफोन ब्रांड की सेल पर असर पड़ता सकता है. यही वजह है कि सस्ते और बजट स्मार्टफोन में ई-सिम की सुविधा नहीं दी जाती है.


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