ईडी ने 3 एंड्रॉइड ऐप्लिकेशन को सीज किया है जो इन्वेस्टमेंट के नाम पर लोगों के पैसे को ठग रहे थे. प्रवर्तन निदेशालय ने वैभव दीपक शाह, सागर डायमंड्स, आरएचसी ग्लोबल एक्सपोर्ट्स और उनके सहयोगियों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज किया है और कथित पावर बैंक ऐप धोखाधड़ी मामले में कुल 59.44 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है. ईडी ने ये कार्रवाई उत्तराखंड पुलिस, स्पेशल सेल दिल्ली पुलिस और कर्नाटक पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर की है.
इन 3 ऐप्स के नाम पर ठगा जा रहा था पैसा
ईडी ने बताया कि कुछ चीनी लोग भारतीय लोगों के साथ मिलकर देशवासियों को उल्लू बना रहे थे. इसके लिए उन्होंने कुछ कंपनियों के चार्टर्ड अकाउंटेंट और सचिवों की मदद से भारत में कई फर्जी कंपनियां बनाईं और जनता को उनके निवेश पर उच्च रिटर्न का लालच देने के लिए Google Play Store पर तीन सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन - पावर बैंक ऐप, टेस्ला पावर बैंक ऐप, ईज़प्लान को बनाया. इन ऐप्स के जरिए लोगों से पैसे इन्वेस्ट करने के लिए कहा जाता था. जैसे ही अमाउंट ऐप में लोग ट्रांसफर करते थे तो ये ठग उस अकाउंट को सीज कर सारा पैसा अपने कब्जे में ले लेते थे.
150 करोड़ का घोटाला
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने जून 2021 में प्ले स्टोर पर नकली ऐप्स का उपयोग करके कथित तौर पर 150 करोड़ की धोखाधड़ी करने के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया था. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, ये एप्लिकेशन अनजान ग्राहकों से पैसे लेने के बाद उनके अकाउंट को सीज कर देते थे. ईडी ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कई जगह छापे मारे और खुलासा किया था कि इस मामले से जुड़े आरोपियों और संस्थाओं ने फर्जी आयात के बहाने विदेश में भारी धनराशि भेजी थी. ईडी ने इस मामले में 10.34 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद की थी. साथ ही 14.81 करोड़ रुपये की कुल शेष राशि वाले बैंक खाते भी जब्त कर लिया गया था.
फिलहाल इस मामले में 3 लोगों के खिलाफ विशेष अदालत, पीएमएलए, नई दिल्ली में मुकदमा चल रहा है. ध्यान दें, कभी भी ऐसे ट्रेडिंग ऐप में इन्वेस्ट न करें जो आपको कम समय में ज्यादा रिटर्न देने की बात कहते हैं. हमेशा ऐप्स को ट्रस्टेड जगहों से ही डाउनलोड करें और कहीं भी पैसा लगाने से पहले पूरी जानकारी इकट्ठा करें.
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