WhatsApp और SMS के ज़रिए होने वाले इलेक्ट्रिसिटी स्कैम से हो जाएं सावधान, वरना खाली हो जाएगा बैंक अकाउंट
सेनगुप्ता और खाचचुरियन ने घोटाले की पहचान कर ली, लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि अन्य लोग इन स्कैम में फंस जाएं. ऐसे में, लोगो को सतर्क होने की जरूरत है.
SMS and WhatsApp Electricity Scam: कई यूजर्स को व्हाट्सएप पर अज्ञात नंबरों से मैसेज मिल रहे हैं, जो दावा करते हैं कि यूजर्स के बिजली, टेलीफोन या अन्य कनेक्शन तब तक काट दिए जाएंगे जब तक कि वे एक निश्चित नंबर पर कॉन्टैक्ट नहीं कर लेते हैं. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में कई यूजर्स को इस तरह के मैसेज प्राप्त हो रहे हैं जहां स्कैमर किसी नंबर पर संपर्क नहीं करने और निर्देशों का पालन नहीं करने पर उनका बिजली कनेक्शन काटने की धमकी दे रहे हैं. हम इस खबर के ज़रिए आपको सावधान करना चाहते हैं कि इस तरह के मैसेज से सतर्क रहें. ये स्कैमर्स चुटकियों में आपका बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं. आइए लोगो को मिलने वाले मैसेज पर एक नज़र डालते हैं.
कोलकाता के 38 वर्षीय बिजनेसमैन को मिले ये SMS
कोलकाता के एक 38 वर्षीय बिजनेसमैन सौम्या सेनगुप्ता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मुझे 30 सितंबर को पहला मैसेज और फिर 2 अक्टूबर को दूसरा मैसेज मिला. मेरी मां को भी ऐसा ही एक मैसेज मिला. हमारे बिजली के बिल की एक लंबी अमाउंट आती है इसलिए मैंने सोचा कि शायद यह सही है. मैंने CESC [कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉरपोरेशन] वेबसाइट की जाँच की जहाँ मैं आमतौर पर बिल का भुगतान करता हूँ, लेकिन वेबसाइट से "सारा बकाया चुका दिया गया है", यह संदेश मिला. तभी मुझे शक हुआ कि यह एक घोटाला है. सेनगुप्ता ने आगे बताया कि सेनगुप्ता को भेजे गए दो अलग-अलग संदेशों में कहा गया है कि आपकी बिजली रात 9:30 बजे डिस्कनेक्ट हो जाएगी क्योंकि आपका पिछला महीना (एसआईसी) बिल अपडेट नहीं हुआ था."
व्हाट्सएप पर भी हो रहा यह स्कैम
यह घोटाला व्हाट्सएप पर भी लोकप्रिय है. एक 41 वर्षीय फ्रीलांस लेखक एंथनी खाचटुरियन ने कहा कि मुझे 26 सितंबर को मैसेज मिला, जिसमें लिखा था "कृपया अपना बिल अपडेट करें. प्रिय उपभोक्ता आज रात 8.30 बजे (एसआईसी) बिजली कार्यालय से आपकी बिजली काट दी जाएगी, क्योंकि आपका पिछला (एसआईसी) महीने का बिल अपडेट नहीं किया गया है, कृपया हमारे बिजली अधिकारी [फोन नंबर] से तुरंत संपर्क करें (एसआईसी) धन्यवाद."
खाचटुरियन ने कहा कि मैंने तुरंत पहचान लिया कि यह एक स्कैम था. मुझे शहरों में डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों में से किसी से भी व्हाट्सएप पर संदेश नहीं मिला है. वैसे भी जब कंपनियां व्हाट्सएप का उपयोग करती हैं, तो इसका एक लोगो होता है और वो मैसेज एक आधिकारिक खाते से आता है. मेरा सवाल यह है कि अगर मैं सटीक जानकारी या तकनीक की समझ रखने वाला नहीं होता और मैं स्कैम में फंस जाता, तो मैं किसे फोन करता? क्या मैं वितरण कंपनी को फोन करता, या मैं पुलिस को फोन करता?
हो जाएं सावधान
सेनगुप्ता और खाचचुरियन ने घोटाले की पहचान कर ली, लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि अन्य लोग इन स्कैम में फंस जाएं. ऐसे में, लोगो को सतर्क होने की जरूरत है. इसके साथ ही हमें अपने परिवार, दोस्तो और साथियों को इस तरह से होने वाले स्कैम से सावधान करना चाहिए.
सुंदर बालासुब्रमण्यम, प्रबंध निदेशक, भारत और सार्क क्षेत्र, चेक प्वाइंट सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज ने कहा, " यूजर्स एप्लिकेशन डाउनलोड करते समय सावधान रहें, यह सुनिश्चित कर लें कि वे केवल Google और Apple स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें. साथ ही, मोबाइल यूजर्स को ईमेल, एसएमएस संदेशों या अन्य मैसेजिंग एप्लिकेशन के माध्यम से आने वाले अज्ञात लिंक को डाउनलोड करने या क्लिक करने से बचना चाहिए.
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