Facebook : इंटरनेट को एक समय पहले तक वरदान माना जाता था, लेकिन अब यह अभिशाप बनता नजर आ रहा है. इंटरनेट तेजी से असुरक्षित होता जा रहा है, क्योंकि अधिक से अधिक ऑनलाइन स्कैम सामने आ रहे हैं. हालत यह हो गई है कि सोशल मीडिया दिग्गज अब इंटरनेट पर सर्कुलेट होने वाले फर्जी चैटजीपीटी ऐप के बारे में यूजर्स को चेतावनी दे रहे हैं. चैटजीपीटी तेज़ी से फेमस हुआ है. इस वजह से इसके कई डुप्लीकेट एप तैयार कर लिए गए हैं, जो लोगों को स्कैम का शिकार बना रहे हैं.


चैटजीपीटी के रूप में डाउनलोड करवा रहे मैलवेयर


मेटा ने पाया है कि स्कैमर्स यूजर्स को हानिकारक एप्लिकेशन और ब्राउजर एक्सटेंशन डाउनलोड करने के लिए लुभा रहा हैं. वे ऐसा करने के किए चैटजीपीटी में जनता की रुचि का लाभ उठा रहे हैं. चैटजीपीटी में लोगों की जिज्ञासा और भरोसे का फायदा उठाकर, ये साइबर अपराधी स्कैम कर रहे हैं. मेटा ने इस स्कैम में शामिल लगभग 10 मैलवेयर का पता लगाया है, जिन्हें चैटजीपीटी और अन्य समान टूल के रूप में पेश किया गया है. एक बार जब यूजर मैलवेयर डाउनलोड कर लेता है, तो स्कैमर्स हमला शुरू कर सकते हैं और सुरक्षा प्रोटोकॉल को बायपास करने के लिए अपने तरीकों का इस्तेमाल करते हैं.


मेटा ने 10 हजार URL किए ब्लॉक


मेटा ने अपनी Q3 2023 सुरक्षा रिपोर्ट में लिखा है, "पिछले कई महीनों में, हमने OpenAI के चैटजीपीटी में लोगों की रुचि का फायदा उठाते हुए मालवेयर स्ट्रेन के खिलाफ जांच की है और कार्रवाई की है. हमने इनमें से 1,000 से अधिक मेलिसियस URL को प्लेटफार्म पर साझा करने से रोक दिया है."


मेटा ने इन URL के प्रति अन्य लोगों को भी सचेत किया है. कंपनी ने पाया है कि साइबर अपराधी चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि लोगों को उनके कंप्यूटर पर खतरनाक चीजें डाउनलोड करने के लिए बरगलाया जा सके. ये स्कैमर्स चालबाजों की तरह हैं जो आपकी जानकारी चुराना चाहते हैं. मेटा लोगों को सावधान रहने और यह सुनिश्चित करने के लिए कह रहा है कि वे जो चीजें डाउनलोड करते हैं वे सुरक्षित हैं. 


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