दुनियाभर में सोशल नेटवर्किंग का दायरा लगातार बढ़ रहा है. कई नए प्लेटफॉर्म सामने आ रहे हैं, जिनके जरिए लोग एक दूसरे से जुड़ पा रहे हैं. एक तरफ इनके जरिए नए लोगों से संपर्क और मेलजोल बढ़ाना आसान हुआ है तो वहीं दूसरी ओर साइबर अपराध में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
सोशल मीडिया पर साइबर क्राइम से बचने के लिए टिप्स
फेसबुक, ट्विटर, व्हॉट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड से लेकर तस्वीरों और वीडियो के गलत इस्तेमाल के कई मामले देश में भी सामने आए हैं.
ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर सेफ्टी विभाग ने अपने ट्विटर हैंडल Cyber Dost पर यूजर्स के लिए कुछ जरूरी टिप्स बताए हैं, जिनके इस्तेमाल से यूजर्स खुद को शिकार होने से बचा सकते हैं.
- सोशल मीडिया पर अपना एड्रेस, फोन नंबर, आधार नंबर, फोटो, जन्मतिथि जैसी संवेदनशील निजी जानकारियां शेयर करने से साइबर क्रिमिनल के लिए इनका गलत इस्तेमाल करना आसान हो जाता है. सोशल मीडिया पर ऐसी चीजें पोस्ट करने से बचना चाहिए.
- अगर किसी भी तरह की कोई निजी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं, तो वो सिर्फ आपके जानकारों को ही दिखें. इसके लिए सही से ‘प्राइवेसी सेटिंग्स’ इस्तेमाल करें.
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने से पहले सही से प्रोफाइल देखें और सावधानी बरतें. ये आपको फंसाने का जाल भी हो सकता है.
- साइबर क्रिमिनल्स अक्सर सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर अपने शिकार से नजदीकी बढ़ाने की कोशिश करते हैं और उनकी गोपनीय जानकारी या पर्सनल डेटा हासिल करते हैं. साथ ही उनका विश्वास हासिल करने का प्रयास करते हैं, जिससे बाद में यूजर्स को नुकसान पहुंचाया जाता है.
- किसी भी ऑनलाइन फ्रेंड पर भरोसा न करें. अगर आप असल जिंदगी में भी उन पर यकीन कर सकते हैं तो ही ऐसा करें, लेकिन उसमें भी सावधानी बरतें.
- अगर आप ‘साइबर स्टॉकिंग’ (Cyber Stalking) के शिकार हुए हैं, तो अपने परिजनों, दोस्तों या रिश्तेदारों से बात कर सलाह लें और अपराधी के खिलाफ नेशल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल या फिर पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराएं. सबूत के तौर पर अपराधी के साथ हुए हर तरह के कम्युनिकेशन की जानकारी सेव कर लें.
ये भी पढ़ें-
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप के फेक वर्जन से डेटा लीक कर रहे हैं हैकर्स, जानिए इससे कैसे बचा जाए
Apple लॉन्च कर सकता है फोल्डेबल iPhone, जानें क्या हो सकती है कीमत