पैसे लेकर किसी भी प्रोडक्ट का फर्जी रिव्यू देने वालों सुन लो! सरकारी डंडा चलने वाला है आपकी खैर नहीं
कंज्यूमर को एक बार रिव्यू पोस्ट करने के बाद उन्हें एडिट करने की अनुमति नहीं होगी. वहीं, जो कंज्यूमर रिव्यू पोस्ट करना चाहते हैं, उन्हें नियमों और शर्तों को एक्सेप्ट करना होगा व अपनी जानकारी देनी होगी.
Fake Review: ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर कई नकली रिव्यू के मामले सामने आ रहे थे. इससे यूजर्स की आंखों में धूल झोंकी जा रही थी, क्योंकि मासूम यूजर्स रिव्यू के बेस पर खराब प्रोडक्ट खरीद लेते हैं. इसके समाधान के तौर पर डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर ने ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर नकली रिव्यू और रेटिंग को रोकने के लिए नियमों की गाइडलाइन की घोषणा की है. ये नियम जारी कर दिए गए हैं. इसके साथ ही ये नियम ट्रैवल सर्विसेज, रेस्तरां और कंज्यूमर ड्यूरेबल वस्तुओं को बेचने वाली वेबसाइटों पर लागू होते हैं. इस खबर में हम बताने जा रहे हैं कि ये नए नियम क्या हैं और इनसे आपको क्या लाभ होगा.
क्या हैं नई गाइडलाइंस
इस साल की शुरुआत में 10 जून को नकली और भ्रामक रिव्यू की जांच के लिए एक समिति गठित की गई. इसके बाद 21 नवंबर को फेक रिव्यू और पेड रिव्यू पर रोक लगाने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की गई. नई गाइडलाइंस के तहत, कम्पनी अगर दोषी पाई जाती है तो उस पर 10 लाख तक का जुर्माना लग सकता है. ई कॉमर्स कंपनियों के लिए ये नई गाइडलाइंस 25 नवंबर से लागू हो चुकी हैं. इन नए नियमों का मकसद फेक और पेड रिव्यूज को रोकना है. ई-कॉमर्स कंपनियां अब फेक और पेड रिव्यूज नहीं करवा सकती हैं.
नए नियमों के अनुसार, कंज्यूमर को एक बार रिव्यू पोस्ट करने के बाद उन्हें एडिट करने की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा, जो कंज्यूमर रिव्यू पोस्ट करना चाहते हैं, उन्हें नियमों और शर्तों को एक्सेप्ट करना होगा और अपनी जानकारी देनी होगी. नए नियम के अंदर आने वाले प्लेटफार्मों में ज़ोमैटो, स्विगी, टाटा संस, रिलायंस रिटेल, मेटा और अमेज़ॅन शामिल हैं.
नए नियमों से आपको क्या फायदा होगा
यह एक जनरल प्रैक्टिस है कि ई-कॉमर्स वेबसाइटें ग्राहकों से रिव्यू मांगती हैं, और उनमें से कुछ पोस्ट करते हैं. "स्टार्स" और टेक्स्ट के अलावा, रिव्यूज में शॉर्ट वीडियो और फ़ोटो भी शामिल होते हैं. ये रिव्यू न केवल किसी कंपनी/ब्रांड निर्माण करती हैं बल्कि ग्राहकों को यह जानने में भी मदद करती हैं कि प्रोडक्ट वास्तव में कैसा है. किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले कस्टमर रिव्यू चेक करते हैं. कई खबर सामने आई हैं, जिनमें लोगों ने किसी विशेष प्रोडक्ट को बेचने के लिए नकली रिव्यू पोस्ट किए हैं.
ये नकली रिव्यू अन्य कस्टमर्स को उस प्रोडक्ट पर पैसा खर्च करने के लिए गुमराह करते हैं. नए नियमों के लागू होने से बड़े पैमाने पर नकली रिव्यू रिमूव किए जायेंगे. इससे ग्राहकों को व्यवसाय/उत्पाद की बेहतर तस्वीर मिल सकेगी. ग्राहक ऑनलाइन सामान खरीदने में अधिक सूचित विकल्प चुनने में सक्षम होंगे. इससे कस्टमर को बेहतर शॉपिंग अनुभव मिलेगा.
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